मुंबई। आपको एक बार फिर अपने लिए कर्ज पर ईएमआई का झटका लगने जा रहा है। इसकी वजह ये है कि रिजर्व बैंक ने अपनी मॉनिटरी पॉलिसी के एलान में एक बार फिर रेपो रेट बढ़ा दिया है। रिजर्व बैंक RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसका एलान आज किया। उन्होंने बताया कि रेपो रेट में 0.35 फीसदी की और बढ़ोतरी की जा रही है। अब रेपो रेट 6.25 फीसदी होगा। शक्तिकांत दास ने बताया कि मौद्रिक नीति समिति यानी एमपीसी के 6 में से 5 सदस्य रेपो रेट बढ़ाने के पक्ष में थे। जिसके बाद इसे बढ़ाने का एलान किया जा रहा है।
बता दें कि महंगाई अभी भी काबू में नहीं आई है। इस वित्तीय वर्ष में इसके 6.7 फीसदी रहने का अनुमान है। इस साल की तीसरी तिमाही में इसके 6.6 फीसदी, चौथी तिमाही में 5.9 फीसदी, अगले वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 5 फीसदी और दूसरी तिमाही में 5.4 फीसदी होने का अनुमान आरबीआई ने लगाया है।
रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद आपके कर्ज की ईएमआई भी बैंक अब बढ़ा देंगे। इससे कर्ज लेना महंगा हो जाएगा। हालांकि, जमा पर भी ब्याज बढ़ने के आसार हैं। यानी एफडी और अन्य जमा योजनाओं पर बैंक ब्याज दर बढ़ाकर आपको फायदा दे सकते हैं। शक्तिकांत दास ने कहा कि हम चुनौतीपूर्ण साल के अंत में आ गए हैं। दुनिया के कई देशों में महंगाई बढ़ रही है। सप्लाई चेन को वैश्विक हालात के कारण चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। बैंकों की क्रेडिट ग्रोथ भी दहाई से ऊपर है।
इससे पहले रिजर्व बैंक ने अपनी पिछली तीन मौद्रिक नीति समिति की बैठक में कुल मिलाकर 1.90 फीसदी का इजाफा रेपो रेट में कर चुका है। इस साल मई में 40 बेसिस पॉइंट और जून व अगस्त में 50-50 बेसिस पॉइंट का इजाफा उसने किया था। इससे पहले रेपो रेट 5.90 फीसदी पर था।