नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अडानी समूह और अमेरिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म, हिंडनबर्ग रिसर्च से जुड़े मामले की आगे की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट से 15 दिनों के विस्तार का अनुरोध किया है। सेबी ने कहा कि इस अतिरिक्त समय की आवश्यकता है कुछ दलालों की जांच करने के लिए। जांच पूरी होने पर, सेबी ने एक व्यापक रिपोर्ट पेश करने की योजना बनाई है। फाइलिंग में इस बात पर जोर दिया गया है कि जांच एकदम ठीक तरीके से की जा रही है। सेबी अडानी समूह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए विदेशी संस्थानों से भी जानकारी इकट्ठा कर रही है। बताया जा रहा है कि एजेंसी इन संस्थाओं के संपर्क में है। आरोपों की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और एक बार सभी एकत्रित जानकारी का आकलन करने के बाद रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
गौतम अडानी की कंपनी पर लगे आरोपों के संबंध में सेबी 24 में से 17 मामलों की जांच कर चुकी है. शेष सात मामलों में से, चार में जांच लगभग पूरी हो चुकी है, रिपोर्ट वर्तमान में समीक्षा प्रक्रिया में हैं। दो अन्य मामलों की जांच अंतिम चरण में है। अब देखना दिलचस्प होगा कि किस तरीके से यह जांच आगे बढ़ती है। क्या सुप्रीम कोर्ट सेबी की इस मांग पर 15 दिन का समय देता है या फिर नहीं।
यह जांच बाजार में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के सेबी के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह अड़ानी समूह और हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच के लिए जरूरी है। जांच के नतीजों का भारतीय बाजार में नियामक उपायों पर बड़ा प्रभाव पड़ने की संभावना है। आपको बता दें कि अड़ानी और हिडेनबर्ग के मामले को लेकर लगातार देश भर में सियासी गर्मी भी देखी गई थी और इसको लेकर संसद में भी खूब हंगामा मचा था।