मुंबई। काफी दिनों से रेपो रेट में कमी न होने के कारण कर्ज लेने वालों को ईएमआई में राहत नहीं मिल रही है। अब एक बार फिर शुक्रवार को सुबह 10 बजे रेपो रेट के बारे में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास एलान करने जा रहे हैं। रेपो रेट अगर घटाया गया, तो इससे होम लोन, कार लोन वगैरा लेने वालों को ईएमआई में राहत मिल सकती है।
दरअसल, अभी महंगाई कुछ नीचे तो आई है, लेकिन फिर भी तमाम चीजों के दाम ज्यादा हैं। मई में महंगाई की दर 5 फीसदी होने का अनुमान है। फिर भी उम्मीद कम ही है कि रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक में रेपो रेट घटाने पर कोई फैसला होगा। रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी यानी एमपीसी की बैठक 5 जून से चल रही है। रूस-यूक्रेन के बीच जंग जारी है। वहीं, इजरायल भी हमास के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। ताइवान के मसले पर चीन भी आए दिन तनाव बढ़ाता रहता है। इस वजह से सप्लाई की दिक्कतें भी पैदा हो रही हैं। रिजर्व बैंक ने पिछले साल फरवरी के बाद रेपो रेट नहीं घटाया है। मई 2022 से फरवरी 2023 तक रिजर्व बैंक ने 6 बार रेपो रेट लगातार बढ़ाया था। रेपो रेट को 4 फीसदी से लेकर 6.5 फीसदी तक बढ़ाया गया था।
रेपो रेट में बढ़ोतरी के कारण ही लोन पर ईएमआई की दरें भी लगातार बढ़ती रही हैं। रिजर्व बैंक ने महंगाई की दर 4 फीसदी लाने का लक्ष्य काफी अर्से से तय कर रखा है। बीते अप्रैल महीने में महंगाई की दर 4.83 फीसदी आई थी। एसबीआई के रिसर्च पेपर का कहना है कि जुलाई में महंगाई की दर गिरकर 3 फीसदी तक आ सकती है। बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों ने मोदी सरकार के खिलाफ महंगाई को बड़ा मुद्दा बनाया था। रेपो रेट में तब्दीली न होने से कुछ चीजों के दाम भले गिरें, लेकिन कर्ज की ईएमआई ज्यादा होने से करोड़ों लोगों की जेब पर बहुत बोझ भी पड़ रहा है।