News Room Post

खबर राहत देनेवाली : कोरोना की चपेट में आ रहे नवजात शिशुओं के संक्रमण से ठीक होने की दर 100 फीसदी

राजधानी भोपाल में शनिवार को 140 नए मामले सामने आए। अब यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4224 पहुंच गई है। इनमें से 2866 लोग स्वस्थ होकर घर पहुंच गए हैं। यहां अब तक 129 मरीजों की जान जा चुकी है।

नई दिल्ली। पूरा देश इस समय कोरोना महामारी के प्रकोप से जूझ रहा है। वहीं बात करे मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की तो जुलाई महीने में कोरोनावायरस के मामले में तेजी से इजाफा देखने को मिला है। भोपाल में रोजाना ही अब 90 से ज्यादा कोरोना के मामले देखने को मिल रहे हैं। लेकिन यदि हम आयु वर्ग पर नजर डालें तो भोपाल में एक भी ऐसा आयु वर्ग नहीं है, जो कोरोनावायरस के चपेट में न आया हो। शहर में 9 दिन की बच्ची से लेकर 90 साल के बुजुर्ग तक कोरोनावायरस से प्रभावित हुए हैं। लेकिन कोरोना अब राजधानी भोपाल में छोटे बच्चों को ज्यादा प्रभावित कर रहा है। इन बच्चों में संक्रमण से ठीक होने की दर लगभग 100% रही है।

जो बच्चे कोरोनावायरस की चपेट में आ रहे हैं, वो वह अपने परिवारजनों के कारण ही संक्रमित हो रहे हैं। परिवारजनों की लापरवाही के चलते अब इन छोटे बच्चों पर भी कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। भोपाल में कोरोनावायरस की शुरूआत से ही 9 दिन की बच्ची से लेकर 15 साल तक के कई बच्चे संक्रमित हुए हैं।

इसी बीच एक राहत वाली बात ये है कि ज्यादातर बच्चे कोरोना संक्रमण से जंग जीतकर ठीक भी हुए हैं। पिछले 10 दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो ये बात सामने आती है कि 1 जुलाई से लेकर 10 जुलाई के बीच में 0 साल से लेकर 15 साल के करीब 33 बच्चे संक्रमण की चपेट में आए हैं। इससे पहले 21 जून से 30 जून के बीच 0 साल से लेकर 15 साल तक के 21 बच्चे संक्रमित हुए हैं।

मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 21 हजार 222 हो गई है। अब तक 14514 मरीज ठीक हो चुके हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 5870 तक पहुंच गई है। इसी तरह प्रदेशभर में 9 नई मौतें हुईं। अब तक 698 मरीजों की जान गई है। राजधानी भोपाल में शनिवार को 140 नए मामले सामने आए। अब यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4224 पहुंच गई है। इनमें से 2866 लोग स्वस्थ होकर घर पहुंच गए हैं। यहां अब तक 129 मरीजों की जान जा चुकी है।

Exit mobile version