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अब इन 4 दवाओं का होगा क्लिनिकल ट्रायल, आयुर्वेद के जरिए भी हो सकता है कोरोना का इलाज!

नई दिल्ली। कोरोना के इलाज के लिए अभी तक न तो कोई दवा मिली है और न ही कोई वैक्सीन मिली है। इस बीच आयुष मंत्रालय ने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के साथ मिलकर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 4 महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के क्लिनिकल ट्रायल शुरू करेगा।

 

अश्वगंधा, गुडूची, यष्टिमधु और पीपली दवाओं का क्लिनिकल ट्रायल इस हफ्ते शुरू हो जाएगा। आयुष मंत्रालय ने गुरुवार को ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी। केंद्रीय आयुष राज्यमंत्री श्रीपद वाई नाइक ने ट्वीट में कहा, ‘आयुष मंत्रालय और सीएसआईआर कोरोना वायरस के इलाज में मिलकर काम कर रहे हैं। इसके तहत अगले हफ्ते से 4 आयुर्वेदिक दवाओं का क्लिनिकल ट्रायल शुरू हो जाएगा।’

मंत्रालय के मुताबिक, ये ट्रायल पहले आरोग्य सेतु ऐप द्वारा चिह्नित उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में किए जाएंगे। उसके बाद इनका ट्रायल हेल्थ वर्कर पर किया जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और पुणे जैसे शहरों के 50 लाख से अधिक लोग ट्रायल का हिस्सा होंगे।

आयुष मंत्रालय कुछ निवारक मामलों में आयुष-आधारित रोगनिरोधी हस्तक्षेपों के प्रभावों का भी अध्ययन कर रहा है। पहले चरण में, रोगियों को अश्वगंधा और उसके बाद अन्य दवाएं दी जाएंगी। हालांकि, यह इस बात पर निर्भर करता है कि उनमें लक्षणों की प्रतिक्रिया कैसी है या उनमें संक्रमण की गंभीरता कितनी है।

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