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ED Summons Actress Rituparna Sengupta : बंगाली फिल्मों की लोकप्रिय अभिनेत्री रितुपर्णा सेनगुप्ता को प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में जारी किया समन

ED Summons Actress Rituparna Sengupta : रितुपर्णा ने बंगाली फिल्मों के अलावा बॉलीवुड की कई फिल्मों में भी अभिनय किया है। ईडी की ओर से जारी किए गए समन के मुताबिक पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपए के राशन वितरण घोटाले के संबंध में अभिनेत्री रितुपर्णा को 5 जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

नई दिल्ली। बंगाली फिल्मों की लोकप्रिय अभिनेत्री रितुपर्णा सेनगुप्ता को प्रवर्तन निदेशालय ने समन जारी करते हुए पूछताछ के लिए बुलाया है। पश्चिम बंगाल में हुए करोड़ों रुपए के राशन वितरण घोटाले के संबंध में अभिनेत्री को यह समन जारी किया गया है। रितुपर्णा ने बंगाली फिल्मों के अलावा बॉलीवुड की कई फिल्मों में भी अभिनय किया है। न्यूज एजेंसी आईएएनएस की खबर के अनुसार ईडी की ओर से जारी किए गए समन के मुताबिक अभिनेत्री रितुपर्णा को 5 जून को कोलकाता के साल्ट लेक में केंद्रीय सरकार कार्यालय (सीजीओ) परिसर में स्थित जांच एजेंसी के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया है।

हालाँकि, खबर लिखे जाने तक इस मामले में अभिनेत्री रितुपर्णा सेनगुप्ता की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। यह पहली बार नहीं है कि अभिनेत्री सेनगुप्ता को ईडी अधिकारियों ने तलब किया है। इससे पहले 2019 में, उन्हें पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के रोज़ वैली चिट फंड घोटाले के सिलसिले में भी पूछताछ के लिए समन जारी किया गया था। रोज़ वैली ग्रुप की ओर से आयोजित किए गए कुछ कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी के संबंध में उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था। अभिनेत्री सेनगुप्ता ने रोज़ वैली ग्रुप द्वारा निर्मित कुछ फिल्मों में भी काम किया था जिसको लेकर भी उनसे पूछताछ की गई थी।

क्या है राशन वितरण घोटाला
ईडी ने खुलासा किया था कि पश्चिम बंगाल में लगभग 400 करोड़ रुपए का राशन वितरण घोटाला किया गया। ईडी के मुताबिक सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बांटे जाने वाले राशन का करीब 30 प्रतिशत राशन बेच दिया गया। इस राशन को बेचकर जो धन इकट्ठा हुआ, उसे चावल मिल मालिकों और पीडीएस डिस्ट्रीब्यूटर्स के बीच बांटा गया। जांच एजेंसी का आरोप है कि ये सारा खेल, कुछ सहकारी समितियों की मिली भगत से हुआ, इसके लिए किसानों के फर्जी खाते खोले गए और किसानों के अनाज के बदले उन्हें दिया जाने वाला न्यूनतम समर्थन मूल्य का पैसा अपनी जेबों में भर लिया।

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