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The Kerala Story: ‘द केरल स्टोरी” पर क्यों बरपा है हंगामा, 32,000 महिलाओं के धर्म परिर्वतन और ISIS को बेचने की क्या है सच्चाई

नई दिल्ली। कुछ ही दिन पहले द केरला स्टोरी (The Kerala Story) का टीज़र आया और आते ही वो विवाद का केंद्र बन गया। भारत में धर्म परिवर्तन का मामला आज का नहीं बल्कि सदियों पुराना है। न जाने कितने मुगल आक्रमणकारी आए और उन्होंने जबरत भारत को भी नुकसान पहुंचाया और हिन्दू बहन-बेटियों का धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें बंधुआ बना दिया है। उन्हें पुतले की तरह बाजार में बेचा जाने लगा। उनके साथ अभद्रता करके उन पर मूल्य का टैग लगाकर, उन्हें बाजार में बेचने के लिए खड़ा कर दिया गया। ये सब इतिहास में दर्ज़ है और इस तरह की घटनाएं आज भी हो रही हैं। उसी इतिहास और आधुनिक परिपेक्ष्य को दिखाती हुई एक फिल्म बनती है जिसका नाम है “द केरला स्टोरी”। द केरला स्टोरी फिल्म बन गई और उसका टीज़र भी रिलीज़ कर दिया गया। लेकिन जबरन लड़कियों का धर्म परिवर्तन कर उन्हें बाजारु पुतला बनाने का फ़िल्मी विषय, कुछ लोगों को समझ नहीं आया और उन्होंने द केरला स्टोरी के टीज़र आने के बाद ही फिल्मकार के खिलाफ कानूनी शिकायत कर दी। क्या है पूरा मामला इस बारे में यहां चर्चा करेंगे।

केरल में हमेशा से धर्म परिवर्तन जैसी खबरें सामने आती रहती है। ऐसे में कई रिपोर्ट ऐसी हैं जहां लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें इस्लाम में कन्वर्ट कराया गया है। इसके अलावा ऐसी भी खबरें हैं कि केरल में लोगों का कुछ आतंकवादी संगठन से भी जुड़ाव है। ऐसी कई घटनाएं हमें खबरों के माध्यम से सुनने को मिलती रहती हैं। कई खबर ऐसी भी होती हैं कि केरल में रहने वाले कई लोगों ने आतंकवादी संगठन और आईएसआईएस में शामिल हो गए हैं। ऐसे में लेखक-निर्देशक सुदीप्त सेन इस सच्चाई को सामने लाने के लिए द केरला स्टोरी नाम की फिल्म लाने का निर्णय लिया।

द केरला स्टोरी में वो दिखाना चाहते थे किस तरह केरल में रह रही 32000 लड़कियों को इस्लाम कबूल कराया गया और फिर उन्हें सीरिया भेज दिया गया या फिर आईएसआईएस में शामिल कराया गया। इसके अलावा कई लड़कियों को अफगानिस्तान जेल में भी डाला गया। इनमें से ज्यादातर लड़कियां हिन्दू और क्रिश्चियन थीं। इसी पर आधारित कहानी सुदीप्त सेन की “द केरला स्टोरी”। जिसमें वो एक सच को दिखाना चाहते हैं और उन लड़कियों का दर्द बयान करना चाहते हैं जिन्हें जबरन, जिल्ल्त भरी जिंदगी जीने पर मजबूर किया जा रहा है। फातिमा और मेरिन जैकब से मरियम बनी न जाने कितनी हिन्दू और क्रिश्चियन महिलाएं हैं जिन्हें इस्लाम धर्म में परिवर्तन कराया गया है। ऐसी कई खबर हैं जहां पर बताया गया है कैसे केरल में महिलाओं का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया है। एक इन्वेस्टीगेशन के रिपोर्ट के मुताबिक़ साल 2009 में करीब 32000 हिन्दू और क्रिश्चियन महिला को इस्लाम धर्म परिवर्तित किया गया है। केरल में 2013 में आईसआईएस के मूवमेंट को भी देखा गया है। 2020 की यूनाइटेड नेशन में ने भी ये चेतावनी दी थी कि केरल में अधिक संख्या में आईएसआईएस आतंकी मौजूद हैं। 2016 में भी ऐसी खबरें थीं कि केरल महिलाओं का इस्लामिक धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें आईएसआईएस में शामिल किया गया है।

द केरला स्टोरी का टीज़र रिलीज़ किया गया लेकिन टीज़र आने के बाद उसपर तुरंत एफआईआर भी दर्ज़ करा दी गई है। केरल के डीजीपी ने तिरवंतपुरम के पुलिस आयुक्त को टीज़र पर एफआईआर दर्ज़ करने का निर्देश दिया है। अब इस मामले की जांच हाईटेक क्राइम इन्क्वारी सेल करेगी। तमिलनाडु के एक पत्रकार ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को एक पत्र लिखा था और टीज़र की सच्चाई को जांचने की रिक्वेस्ट की थी। शिकायत इस बात पर दर्ज़ की गई है कि जो टीज़र में दिखाए गए आंकड़े हैं जिनमें 32000 लड़कियों का धर्म परिवर्तन हुआ और उन्हें आईएसआईएस में शामिल किया गया। वो सही नहीं हैं और उनकी जांच होनी चाहिए।

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