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Leena Manimekalai: कौन हैं लीना मणिमेकलाई जिनका माता काली पर बनाया गया विवादस्पद पोस्टर हो रहा है वायरल

नई दिल्ली। एक दिन पहले से एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली का पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसपर शुरू हुआ विवाद अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। जो पोस्टर वायरल हो रहा है उसमें माँ काली को धूम्रपान करते हुए दिखाया गया है। मां काली के इस पोस्टर के सामने आने के बाद हिन्दू समाज गुस्से में है और वो फिल्मकार लीना के खिलाफ कड़े एक्शन की मांग कर रहे हैं। लोग लगातार उस पोस्टर के खिलाफ भी गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। मामले पर विवाद इस कदर बढ़ गया है कि अब फिल्मकार लीना के खिलाफ दिल्ली पुलिस में कई शिकायतें भी दर्ज हो गई हैं। गौ महासभा के अध्यक्ष अजय गौतम के द्वारा फिल्म की डायरेक्टर लीना और अन्य पर, आईपीसी की धारा 295, 295A ,504 समेत अन्य धाराओं के और आईटी एक्ट 2005 की धारा 66-67 के तहत धार्मिक भावनाओं को भड़काने के लिए मुकदमा दर्ज करने की मांग की गयी है। आपको बता दें अजय गौतम से पहले वकील विनीत जिंदल की तरफ से भी मामले में शिकायती पत्र दिल्ली पुलिस को सौंपा जा चुका है।

कौन है लीना मणिमेकलाई

लीना मणिमेकलाई एक डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर, एक्ट्रेस और कवयित्री हैं। अब तक उनके कुल 5 कविता संकलन प्रकाशित हो चुके हैं और उन्होंने कई डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई हैं। लीना अपनी फिल्म और कविताओं के जरिए वामपंथी विचारधारा को बढ़ाती हैं। इसे पहले उन्होंने लेस्बियन लव को लेकर भी एक कविता लिखी थी। लीना की ज्यादातर फिल्म विवादों में रहती हैं और वो पित्तरात्मक समाज को लेकर हमेशा लिखती रहती हैं। एक तरह से लीना उन लोगों में से हैं जिन्हें लगता है कि भारत में सब कुछ गलत हो रहा है। भारत में पित्तरात्मक समाज है, अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है और अल्पसंख्यकों के अधिकार का हनन हो रहा है। लीना ने 2002 में डाक्यूमेंट्री फिल्म माथाम्मा से डेब्यू किया था जिसमें उन्होंने चेन्नई के पास के गाँव अराक्कोनम की एक प्रथा को दिखाया था जिसमें लड़कियों को उनके देवता को समर्पित किया जाता था जबकि वह प्रथा लगभग समाप्त हो चुकी है।

पहले भी बना चुकी हैं विवादित फिल्म

लीना मणिमेकलाइ इससे पहली भी विवादों में रह चुकी हैं और लगभग उनकी सभी फिल्में और कविताएं विवाद में रहती हैं। उनकी 2011 में आयी फिल्म सेनगडल भी विवाद में रही थी जिसमें दिखाया गया था कि कैसे श्रीलंका में एथनिक वॉर की वजह से धनुषकोडी में मछुवारों की जिंदगी प्रभावित हुई थी यह फिल्म सेंसर बोर्ड से पास नहीं हुई थी क्योंकि इस फिल्म में कई जगह पर भारत सरकार व श्रीलंका के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया था। फिल्म को काफी कानूनी लड़ाई के बाद 2011 में रिलीज़ किया गया था।

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