नई दिल्ली। नक्सलरोधी अभियान में सुरक्षाबलों को एक बार फिर बहुत बड़ी कामयाबी मिली है। छत्तीसगढ़ में हुई दो अलग-अलग मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 22 नक्सलियों को मौत के घाट उतार दिया है। वहीं इस एनकाउंटर में एक जवान भी शहीद हो गया है। गंगालूर पीएस लीमिट के पास बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा पर जंगल में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 18 नक्सली मारे गए। वहीं कांकेर में हुई एक अन्य मुठभेड़ में 4 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया। मारे गए नक्सलियों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>22 Naxalites killed in two separate encounters in Chhattisgarh's Bijapur and Kanker districts <a href=”https://t.co/znH8El6YFR”>https://t.co/znH8El6YFR</a></p>— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1902632311402983873?ref_src=twsrc%5Etfw”>March 20, 2025</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
बीजापुर के एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि सुरक्षाबल आतंकियों की धर पकड़ के लिए सर्च अभियान पर थे। जैसे ही वो बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा पर जंगल में पहुंचे तो वहां मौजूद नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में सुरक्षाबलों ने भी गोलीबारी की। इलाके में फिलहाल रुक रुक कर गोलीबारी जारी है। सुरक्षाबलों द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा है। डीआरजी, एसटीएफ और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है।
इससे पहले इसी साल जनवरी में छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के जंगलों में सुरक्षाबलों ने 4 नक्सलियों को मार गिराया था। मारे गए नक्सलियों के पास एके-47 और एसएलआर जैसे खतरनाक हथियार मिले थे। सभी नक्सली वर्दी पहने हुए थे। इस एनकाउंटर में भी डीआरजी का एक जवान शहीद हो गया था। आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साल 2026 तक देश को नक्सल समस्या से मुक्ति दिलाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने नक्सलरोधी अभियान के तहत सुरक्षाबलों को फ्री हैंड दे रखा है। इसी का नतीजा है कि सुरक्षाबलों के द्वारा एक के बाद एक बड़े नक्सली एनकाउंटर को अंजाम दिया जा रहा है। वहीं बहुत से नक्सली हथियार डालकर सरेंडर भी कर चुके हैं। सरकार उनको मुख्य धारा से जोड़ने के लिए भी प्रयासरत है।