नई दिल्ली। रायबरेली सदर सीट पर बीजेपी की उम्मीदवार अदिति सिंह ने कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा को अपने खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। अदिति सिंह ने कहा है कि प्रियंका अगर मेरे खिलाफ चुनाव लड़ेंगी, तो उन्हें पता चल जाएगा कि अमेठी के बाद अब रायबरेली में भी कांग्रेस खत्म हो चुकी है। अदिति के पिता अखिलेश सिंह पांच बार रायबरेली सदर से कांग्रेस के विधायक चुने गए थे। उनके निधन के बाद अदिति सिंह ने पिता की सीट जीती थी। अदिति पिछले काफी समय से कांग्रेस में रहकर ही आलाकमान की लगातार आलोचना कर रही थीं। उन्होंने सीएम योगी और बीजेपी की तारीफों का सिलसिला जारी रखा था। बीते दिनों उन्होंने आधिकारिक तौर पर कांग्रेस को अलविदा कह दिया और अब बीजेपी की तरफ से रायबरेली सदर की उम्मीदवार है।
यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “रायबरेली अब कांग्रेस का गढ़ नहीं रहा। प्रियंका आ सकती हैं और चुनाव लड़ सकती हैं।” “मुझे नहीं पता कि उन्होंने रायबरेली और अमेठी (राहुल गांधी के पूर्व निर्वाचन क्षेत्र) के लोगों को हल्के में क्यों लिया। रायबरेली और अमेठी के लोग कहीं और के लोगों की तुलना में अधिक क्षमाशील रहे हैं। इन स्थानों को कभी गढ़ कहा जाता था और लोगों ने उन्हें वोट दिया था। कुछ भी हो, लेकिन कांग्रेस के लोग रायबरेली और अमेठी के लोगों की परवाह नहीं करते हैं।”
अदिति सिंह ने कहा, “उनके लिए रायबरेली या अमेठी में वोट मांगने आना वाकई शर्मनाक होगा, क्योंकि जैसे ही चुनाव खत्म होते हैं, कांग्रेस नेता कभी भी उन लोगों की परवाह नहीं करते हैं जिन्होंने सभी बाधाओं के खिलाफ उन्हें वोट दिया।” उन्होंने आगे कहा, “रायबरेली मेरा परिवार है, लेकिन कांग्रेस ने अपने लोगों के लिए कभी काम नहीं किया। मेरे पिता (अखिलेश सिंह) के निधन के बाद , यहां के लोगों ने मेरा समर्थन किया।” उन्होंने कहा कि उनकी सीट पर पहली बार कमल खिलेगा और उन्हें भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने पर गर्व है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा, जबकि 14 फरवरी को दूसरे का चरण का मतदान डाले जाएंगे। इसके अलावा 20 फरवरी को तीसरे चरण, 23 फरवरी को चौथे चरण, 27 फरवरी को पांचवें चरण, तीन मार्च को छठे चरण और सात मार्च को सातवें और आखिरी चरण का वोटिंग होगी। वहीं 10 मार्च को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे।