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BSF Jawan Returned By Pakistan: ऑपरेशन सिंदूर में पिटाई से पाकिस्तान के हौसले हुए पस्त, बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार को किया वापस

BSF Jawan Returned By Pakistan: पूर्णम कुमार फिरोजपुर सेक्टर में भारतीय किसानों की सुरक्षा में थे। उस दौरान धूप बहुत तेज थी। इस वजह से पूर्णम कुमार एक पेड़ की छांह में चले गए। इसके तुरंत बाद पाकिस्तान रेंजर्स के कई जवान वहां पहुंचे और ये कहते हुए कि बीएसएफ जवान ने सीमा पार की है, पूर्णम कुमार को हिरासत में लिया और मौके से चले गए। पाकिस्तान लगातार पूर्णम की रिहाई के लिए बातचीत से भी इनकार करता रहा, लेकिन उसकी हेकड़ी आखिरकार खत्म हुई।

नई दिल्ली। पाकिस्तान ने आखिरकार बीएसएफ के जवान पूर्णम कुमार को रिहा कर दिया। पाकिस्तान के सीमा सुरक्षा बल रेंजर्स ने 23 अप्रैल को फिरोजपुर सेक्टर में बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार को गिरफ्तार कर लिया था। पाकिस्तान ने बीएसएफ जवान को अटारी सीमा पर भारत को वापस कर दिया। इस मामले में पाकिस्तान पहले बहुत हेकड़ी दिखा रहा था। पूर्णम कुमार को रिहा कराने के लिए बीएसएफ ने लगातार पाकिस्तान रेंजर्स से बातचीत करनी चाही। फ्लैग मीटिंग के लिए बीएसएफ के अफसर जीरो लाइन पर गए भी थे, लेकिन पाकिस्तान रेंजर्स के अफसर वहां पहुंचे ही नहीं थे।

पूर्णम कुमार फिरोजपुर सेक्टर में भारतीय किसानों की सुरक्षा में थे। उस दौरान धूप बहुत तेज थी। इस वजह से पूर्णम कुमार एक पेड़ की छांह में चले गए। इसके तुरंत बाद पाकिस्तान रेंजर्स के कई जवान वहां पहुंचे और ये कहते हुए कि बीएसएफ जवान ने सीमा पार की है, पूर्णम कुमार को हिरासत में लिया और मौके से चले गए। दरअसल, 22 अप्रैल को ही पहलगाम में पर्यटकों के नरसंहार के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत ज्यादा हो गया था। ऐसे में शायद पाकिस्तान रेंजर्स ने सोचा कि पूर्णम कुमार को पकड़कर वो भारत पर दबाव बना लेंगे।

इस घटना के बाद बीएसएफ ने भी पाकिस्तान रेंजर्स के एक जवान को भारतीय सीमा में घुसने पर गिरफ्तार कर लिया था। भारत ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों पर कार्रवाई की चेतावनी दे दी थी। ऐसे में माना जा रहा था कि पाकिस्तान रेंजर्स का जवान जासूसी करने आया था। फिर भारत ने पाकिस्तान की सेना को ऑपरेशन सिंदूर में जमकर पीटा। भारतीय सेना से पराजय के बाद पाकिस्तान की हेकड़ी खत्म हुई और उसने अब बीएसएफ जवान को रिहा कर दिया है। इस मामले में अब देश में सियासत भी खत्म होने की उम्मीद है। दरअसल, कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों के नेता ये सवाल पूछ रहे थे कि बीएसएफ जवान को सरकार कब पाकिस्तान के कब्जे से मुक्त कराएगी।

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