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Prophet Remark Row: नूपुर शर्मा के साथ खड़े होना इस सपा नेता पर पड़ा भारी, अखिलेश ने पार्टी से दिया निकाल

akhilesh pointing finger

लखनऊ। पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी कर कट्टरपंथियों के निशाने पर आईं और बीजेपी से निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के साथ खड़े होना समाजवादी पार्टी यानी सपा के एक नेता पर भारी पड़ गया। सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर इस नेता को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मामला यूपी के बागपत जिले में सपा छात्र सभा के जिलाध्यक्ष अंकुर यादव का है। अंकुर ने फेसबुक पर अपने पोस्ट में नूपुर का साथ देने की बात कही थी। अंकुर ने कहा था कि हर हिंदू नूपुर के साथ खड़ा है और मैं नूपुर के साथ खड़ा हूं। बस यही बात अखिलेश को नागवार गुजरी। उनके निर्देश पर सपा छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह देव ने अंकुर को सपा से निकालने का हुक्मनामा जारी कर दिया।

बता दें कि अखिलेश यादव ने पैगंबर पर टिप्पणी के मसले पर बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर और दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता नवीन कुमार जिंदल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग पहले की थी। अब जबकि, उनकी ही पार्टी में नूपुर के समर्थन में आवाज उठने लगी, तो वे भड़क गए हैं। इसकी वजह ये मानी जा रही है कि सपा का कोर वोटर मुसलमान है। ऐसे में नूपुर का साथ देना अंकुर यादव पर अखिलेश के कोप की वजह बना है।

ये पहली बार नहीं है, जब अखिलेश ने किसी हिंदू या हिंदुओं का साथ देने की बात पर पार्टी के किसी नेता को निकाल बाहर किया हो। कुछ दिन पहले उन्होंने सपा की महिला मुस्लिम नेता रुबीना खानम को पार्टी से निकाल दिया था। रुबीना ने इतना कहा था कि अगर ये बात साबित हो जाती है कि ज्ञानवापी मस्जिद को मंदिर को तोड़कर बनाया गया, तो हमारे कौम को वो जमीन हिंदुओं को दे देनी चाहिए।

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