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अमित शाह की बंगाल की जनता से अपील- नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी को मौका दे दीजिए, हम 5 साल में बंगाल को..

Amit Shah angry

नई दिल्ल। बंगाल के अपने दौरे के दूसरे दिन अमित शाह ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। शुक्रवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि ममता बनर्जी पर वार करते हुए कहा कि ममता बनर्जी के हाथों में बंगाल की कमान दी गई थी। मगर आज मां, माटी और मानुष का नारा तुष्टिकरण, तानाशाही और टोलबाजी में परिवर्तित हो गया। अमित शाह ने कहा कि, आने चुनाव में बंगाल में हम 200 से ज्यादा सीटों के साथ बीजेपी की सरकार बनाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि, बंगाल की जनता में एक अजीब प्रकार का वातावरण दिख रहा है मैं जहां भी गया तो सैकड़ों लोग सकड़ों पर आए थे। जब वो भारत माता की जय, वंदे मातरम, जय श्रीराम के नारे लगाते थे, वो हमारे स्वागत में कम, ममता सरकार के प्रति गुस्से को ज्यादा दिखाते थे।

अमित शाह ने जहां इस बार भाजपा की जीत का दावा किया तो वहीं पश्चिम बंगाल की जनता से भाजपा पर विश्वास जताने को लेकर कहा कि, मैं बंगाल की जनता को आश्वस्त करने आया हूं कि आपने कांग्रेस को भी 1 मौका दिया, कम्युनिस्टों को भी बार-बार मौके दिए और 2 मौके ममता को दिए। एक मौका नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी को दे दीजिए, हम 5 वर्ष के भीतर सोनार बांग्ला बनाने का वादा करते हैं।

हमारा लक्ष्य-बंगाल का विकास हो

अमित शाह ने कहा कि हमारा लक्ष्य स्पष्ट है कि बंगाल का विकास हो, देश की सीमाएं सुरक्षित हों, बंगाल के अंदर घुसपैठ रुके। टीएमसी और ममता बनर्जी का एकमात्र लक्ष्य है कि अगले टर्म में भतीजे को मुख्यमंत्री बना देना है। अब बंगाल की जनता को तय करना है कि परिवारवाद चाहिए या विकासवाद चाहिए।

बीजेपी बंगाल के चुनाव को बहुत गंभीरता से ले रही है

गृह मंत्री ने कहा कि जेपी नड्डा के नेतृत्व में बीजेपी बंगाल के चुनाव को बहुत गंभीरता से ले रही है। क्योंकि इसके साथ देश की सुरक्षा भी जुड़ी है और अति पिछड़े गरीब लोगों के भले का भी सवाल है। दोनों मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे।

बंगाल में 3 कानून

ममता राज पर बरसते हुए अमित शाह ने कहा कि, साइक्लोन और कोरोना महामारी में भी भ्रष्टाचार करने से तृणमूल कांग्रेस पीछे नहीं हटी है। तुष्टिकरण से बंगाल की जनता के बहुत बड़े वर्ग के मन में सवाल खड़े हुए हैं। एक प्रकार से बंगाल में 3 कानून हैं। एक अपने भतीजे के लिए, एक अपने वोट बैंक के लिए और एक आम लोगों के लिए।

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