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Unemployment Declines: विपक्ष का मोदी सरकार पर लगाया एक और आरोप फुस्स, पिछले 6 साल में बेरोजगारी दर लगातार हो रही कम, अब सिर्फ 3.2 फीसदी

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नई दिल्ली। कांग्रेस समेत विपक्षी दल लगातार आरोप लगाते हैं कि भारत में मोदी सरकार के दौरान बेरोजगारी बढ़ी है। विपक्ष का ये आरोप अब फुस्स हो गया है। केंद्र सरकार का ताजा आंकड़ा बता रहा है कि देश में बेरोजगारी की दर अब पिछले 6 साल के दौरान सबसे कम है। नेशनल सैंपल सर्वे के सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में 15 साल और इससे ऊपर की उम्र के लोगों की बेरोजगारी दर 3.2 फीसदी रह गई है। बेरोजगारी की ये सबसे कम दर जुलाई 2022 से जून 2023 तक दर्ज की गई। माना जा रहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था अच्छी रहने से कंपनियों को फायदा हो रहा है और वो रोजगार दे रही हैं। इसी वजह से बेरोजगारी की दर में गिरावट आई है।

अगर पहले के बेरोजगारी दर के आंकड़ों पर गौर करें, तो 2020-21 में ये 4.2 फीसदी रही थी। वहीं, साल 2019-20 में 4.8 फीसदी, 2018-19 में 5.8 फीसदी, 2017-18 में बेरोजगारी दर 6.1 फीसदी थी। ऐसे में देखें, तो 2017-18 के मुकाबले बेरोजगारी दर में करीब 3 फीसदी की बड़ी गिरावट आई है। विदेशी कंपनियों ने भी भारत में तमाम जगह अपनी फैक्टरियां और अन्य दफ्तर खोले हैं। इनमें भी युवाओं को बड़ी संख्या में नौकरी मिली है। माना जा रहा है कि स्टार्टअप की बढ़ती संख्या और मेक इन इंडिया के जरिए भी देश में बेरोजगारी कम करने में मदद मिली है।

हालांकि, अब भी शहरी इलाकों में बेरोजगारी की दर 6 फीसदी से ज्यादा है। नेशनल सैंपल सर्वे की ताजा रिपोर्ट बताती है कि अप्रैल से जून 2023 की तिमाही में शहरी इलाकों में बेरोजगारी की दर 6.6 फीसदी रही। सालाना आधार पर देखें, तो पहले ये 7.6 फीसदी थी। इस तरह शहरी बेरोजगारी की दर में बहुत ज्यादा गिरावट नहीं आई है। वहीं, केंद्र सरकार इस साल दिसंबर तक 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने जा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कई रोजगार मेलों में अब तक 5 लाख नौकरी दे चुके हैं। वो खुद इस रोजगार योजना की मॉनीटरिंग करते हैं।

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