गाजियाबाद। जिस तरह से यूपी के हाथरस और मथुरा में योगी सरकार को बदनाम करने के लिए साजिश रची गई उसका एक-एक कर खुलासा हो रहा है। वहीं योगी सरकार को बदनाम करने की कोशिश अभी भी नहीं रूकी है। उत्तर प्रदेश को विकास की पटरी से उतारने और सांप्रदायिक दंगों की आग में झोंकने की एक और बड़ी साजिश रची गई थी। षडयंत्रकारियों के निशाने पर एक बार फिर एनसीआर और पश्चिम यूपी था। इस बार गाजियाबाद में धर्मांतरण की अफवाह फैला कर दो समुदायों के बीच संघर्ष की साजिश को अंजाम देने का प्रयास किया जा रहा था। इस साजिश के जरिये षडयंत्रकारियों का लक्ष्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार को बदनाम करने और प्रदेश के सौहार्दपूर्ण माहौल में जहर घोलने का था। समय रहते गाजियाबाद पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर साजिशकर्ताओं के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
गाजियाबाद पुलिस ने मोन्टू वाल्मीकि की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दर्ज एफआईआर के मुताबिक 21 अक्टूबर को साहिबाबाद थाने के गांव करेहडा में कुछ अज्ञात लोगों ने 230 लोगों के धर्मांतरण की झूठी अफवाह फैलाई गई। इससे संबंधित प्रमाण पत्र पूरी तरह से फर्जी और साजिशन तैयार किए गए हैं। इन दस्तावेजों में कोई नाम, पता, तिथि और जारी करने वाले का नाम भी नहीं है। दस्तावेजों पर कोई पंजीकरण संख्या भी दर्ज नहीं है।
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह के मुताबिक कागजात पूरी तरह से फर्जी हैं। लोगों के बीच लाभकारी योजनाओं के फार्म बता कर कागजों को बांटा गया। इस पूरे मामले के पीछे प्रदेश में जातीय और धार्मिक दंगे कराने की साजिश रची गई है। जांच में जुटे पुलिस अधिकारियों का कहना है कि साजिशकर्ताओं ने ऐसे भोले भाले लोगों को निशाना बनाया जो पढ़े लिखे नहीं थे।
षडयंत्रकारी एनसीआर में इस कोशिश के जरिये पूरे प्रदेश में दो समुदायों के बीच संघर्ष कराने की साजिश को अंजाम तक पहुंचाने में जुटे थे। पुलिस का कहना है कि बहुत जल्द साजिशकर्ताओं को बेनकाब कर दबोच लिया जाएगा। गौरतलब है कि इस से पहले हाथरस और मथुरा में जातीय संघर्ष की साजिश रच कर योगी सरकार को बदनाम करने का कुचक्र रचा गया था। इनकी जांच भी एसटीएफ और पुलिस की टीमें कर रही हैं।
BJP विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने किया करहैड़ा धर्म परिवर्तन मामले में चौंकाने वाला खुलासा, बताया ‘दाउद कनेक्शन’
लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने 21 अक्टूबर को देश के गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल, और आप विधायक अमानतुल्ला खान को लेकर गंभीर आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। नंदकिशोर गुर्जर ने अपने पत्र में लिखा है कि “हाथरस मामले में आम आदमी पार्टी के नेताओं की मदद से देश को जातीय दंगों की तरफ ले जाने की कोशिश की गई। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार की सजगता की वजह से इनके नापाक इरादे कामयाब नहीं हो सके।” उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि, “हाथरस की घटना में विफल होने के बाद ISI, दाउद इब्राहिम और अरविंद केजरीवाल द्वारा फिर से उत्तर प्रदेश की सरकार और राज्य में होने वाले उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए गाजियाबाद के करहैड़ा गांव को जातीय उन्माद और दंगों की प्रयोगशाला बनाने की कोशिश की गई। इसके क्रम में पवन नाम के भोल-भाले व्यक्ति को दिल्ली के एक होटल में मीटिंग कर आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान और संजय सिंह द्वारा 10 लाख देकर और अन्य लोगों को 2-2 लाख रुपये देकर धर्म परिवर्तन की झूठी अफवाह फैलाई गई।”
नंदकिशोर गुर्जर ने गृह मंत्री को लिखे अपने पत्र में लिखा है कि, “इस तरह की हरकत करने का मकसद पूरी दुनिया का ध्यान इसकी तरफ खींचना है और जातीय हिंसा को लेकर भारत की छवि धूमिल की जा सके। हालांकि यह घटना जमीनी स्तर पर पूरी तरह से झूठी है। मैंने स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर इसकी पुष्टि की है।”
भाजपा विधायक ने अपने पत्र में लिखा है कि, “इस घटना को बड़े स्तर पर प्रचार कर करने के लिए कुछ राष्ट्रविरोधी पत्रकारों को भी पैसा दिया गया है। करहैड़ा मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आप विधायक अमानतुल्लाह खान, आप राज्यसभा सांसद संजय सिंह की भूमिका की पुष्टि के लिए आप इनके फोन डिटेल्स निकालकर देख सकते हैं।”
लोनी विधायक ने आरोप लगाते हुए लिखा है कि, “ये लोग भारत में दाउद इब्राहिम और ISI के एजेंट हैं और करहैड़ा जैसी घटना को पूरे भारत में आयोजित करने की तैयारी कर चुके हैं।” उन्होंने लिखा कि, “वाल्मीकि समाज तो सनातन धर्म की रीढ़ रहा है, इस साजिश ने वाल्मीकि समाज को कलंकित करने का कार्य किया है।”
अपने पत्र में अपील करते हुए नंदकिशोर गुर्जर ने लिखा है कि, “मेरे इस गंभीर विषय को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार को तत्काल से बर्खास्त किया जाय और अरविंद केजरीवाल, अमानतुल्लाह खान, सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार कर पूछताछ की जाए। जिससे देश को जातीय दंगों में झोंकने व अस्थिर होने से बचाया जा सके।”