लखनऊ। यूपी के 9 शहरों में 10 जून को जुमे की नमाज के बाद हिंसा करने वालों का योगी सरकार की पुलिस हिसाब-किताब कर रही है। अब तक इस मामले में 325 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां प्रयागराज में पुलिस ने की है। प्रयागराज में पुलिस ने आज सुबह तक 92 दंगाइयों को पकड़ा था। इनमें से कई नाबालिग हैं। गिरफ्तारी में दूसरा नंबर सहारनपुर का है। यहां 80 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। तीसरे नंबर पर हाथरस है। हाथरस में 51 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। अंबेडकरनगर में 41, मुरादाबाद में 35, फिरोजाबाद में 16, अलीगढ़ में 6 और जालौन में 4 उपद्रवी अब तक गिरफ्तार हुए हैं।
जुमे को हिंसा के बाद से ही पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी थी। सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय खबरियों की मदद से पुलिस सारी गिरफ्तारियां कर रही हैं। ज्यादातर शहरों में हिंसा के मुख्य आरोपियों को पुलिस पहले ही दबोच चुकी है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दंगे वाले दिन ही बड़ी बैठक कर सभी जिलों के प्रशासन और पुलिस अफसरों को एक भी आरोपी को न बख्शने के आदेश दिए थे। योगी ने कहा था कि किसी भी निर्दोष को न सताया जाए, लेकिन जिन्होंने हिंसा भड़काई और पत्थरबाजी की, उनकी सभ्य समाज में कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
योगी के निर्देश पर पुलिस ने अपनी कार्रवाई और तेज कर दी है। सीएम योगी ने हिंसा करने वालों से निपटने के लिए प्रशासन और पुलिस के अफसरों को खुली छूट दी है। योगी ने कहा है कि अफसर मौके पर हालात को देखते हुए अपनी तरफ से कार्रवाई करने के लिए आजाद हैं। उन्होंने रविवार को हुई बैठक में भी पुलिस की कार्रवाई पर संतोष जताया। योगी ने बैठक में एक बार फिर कहा कि किसी सूरत में दंगाइयों को बचने नहीं देना है और इनकी संपत्ति वगैरा भी कुर्क और अवैध पाए जाने पर बुलडोजर से जमींदोज किया जाना जरूरी है।