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Gujarat: रामनवमी शोभायात्रा पर हमला, पुलिस समेत यात्रा में शामिल लोगों को बनाया निशाना, पुलिसकर्मियों को भी नहीं बख्शा

ramnavmi

नई दिल्ली। खबर गुजरात से है। वहां रामनवमी के शोभायात्रा पर हमले का मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो चुका है। शोभायात्रा पर हमले के दौरान वहां मौजूद पुलिस सहित अन्य लोगों के भी घायल होने की खबर प्रकाश में आई है। इस पूरे वाकये का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में पुलिस द्वारा बजाया जा रहा साइरन भी सुनाई दे रहा है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, इस हमले की जद में आकर कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि कैसे लोग एक-दूसरे को मरने मारने पर उतारू हो रहे हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे पुलिस पहले तो उन्हें जुबानी अल्फाजों के सहारे उन्हें समझाने की कोशिश करती है, लेकिन जब बात नहीं बनती तो पुलिस लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पर बाध्य हो जाती है, ताकि शरारती तत्वों के लोगों पर अंकुश लगाया जा सकें। वहीं, रामनवमी रैली के संयोजक कनक सिंह ने कहा कि, ‘हम पर यह हमला यकायक किया गया। विशेष समुदाय के लोगों द्वारा रैली में खलल पैदा करने हेतु हमला किया गया।


जिसके तदउपरांत रैली में अव्यवस्था पैदा हो गई। कनक ने आगे कहा कि विशेष समुदाय के लोगों की तरफ से रैली में खलल पैदा करने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई थी, लेकिन हमारी तरफ से ऐसी कोई भी तैयारी नहीं थी। हालात ऐसे बना दिए गए थे कि पुलिस भी अक्षम नजर आ रही थी, लेकिन काफी हद तक पुलिस हालातों पर काबू पाने में कामयाब रही।

कनक ने मीडिया से वार्ता के दौरान कहा कि आप हमले की गंभीरता का अंदाजा महज इसी से लगा सकते हैं कि हमारी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। हमारे कई लोग घायल हो गए। वहीं, यह पूरा मामला पुलिस के संज्ञान में पहुंच चुका है। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले को संज्ञान में लेकर जांच का सिलसिला शुरू कर चुकी है। उधर, पुलिस के मुताबिक, आरोपियों को भी चिन्हित कर लिया गया है, जिमसें राजू मेंटल, सिकंदर पठान, समीर पठान, खालिद पठान, मुबीन शेख, वाहिद पठान, उमर पठान व अन्य हैं। अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।” उधर, पीड़ितों की तरफ से हमलावरों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की ताकीद की गई है, ताकि निकट भविष्य में ऐसे हमलों की पुनरावृत्ति न हो सकें।

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