News Room Post

Congress Vs AAP: विपक्षी महाबैठक से पहले आप-कांग्रेस में खिंची तलवार, अध्यादेश के मुद्दे पर खड़गे ने पूछा “शोर क्यों मचा रहे केजरीवाल”

kharge kejriwal

पटना। बिहार की राजधानी पटना में आज एक बड़ी विपक्षी एकता की महाबैठक का आयोजन होने वाला है, जहां विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेता एक साथ आएँगे। इस बैठक में जनता दल (यूडीयू), राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), राष्ट्रीय कांग्रेसी पार्टी (एनसीपी), और आम आदमी पार्टी (एएपी) के नेताओं के अलावा कई अन्य दलों के नेता भी शामिल होंगे। हालांकि, इस महत्वपूर्ण बैठक से पहले ही कांग्रेस और आप के बीच टक्कर हो गई है। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अध्यादेश का विरोध करने को लेकर स्पष्ट जवाब दे दिया है।

खरगे ने स्पष्ट कहा है कि केजरीवाल को यह जानना चाहिए कि शासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित केंद्र सरकार के आदेश के विरोध में आप का समर्थन करने का वादा या विरोध बाहर नहीं, संसद में होता है। जब संसद की बैठक शुरू होगी, तब सभी पार्टियां मिलकर इस विषय पर विचार विमर्श करेंगी। खरगे ने आगे कहा कि आदेश के विरोध में इतना ज्यादा प्रचार क्यों हो रहा है, इसका मुझे पता नहीं है। जब संसद चलेगी, तब सारी विपक्षी पार्टियां मिलकर तय करेंगी। वे खुद भी जानते हैं कि आदेश का विरोध या समर्थन संसद में ही होता है। ये सब मुद्दे संसद के अंदर ही चर्चा के लिए होते हैं।

यह बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निवास पर विपक्षी दलों की आज बैठक होनी है। इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा पटना पहुंच चुके हैं। इसके साथ ही, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधीऔर कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे। इस बैठक के माध्यम से विपक्षी दलों का उद्देश्य एकजुटता को बढ़ाना है और आगामी राष्ट्रीय चुनावों के लिए रणनीतिक गठबंधन की समीक्षा करना है। आप के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहले ही एक प्रेस वार्ता में यह दावा किया था कि अगर कांग्रेस ने राजधानी में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ आप को समर्थन नहीं दिया, तो उनकी पार्टी पटना में होने वाली बैठक से वापस चली जाएगी।

आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के उस बयान पर कहा कि दिल्ली अध्यादेश मुद्दे पर संसद सत्र से पहले फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि “राहुल गांधी और बीजेपी के बीच समझौता हो गया है और वह इस अवैध अध्यादेश पर बीजेपी के साथ खड़े हैं। कांग्रेस को इस असंवैधानिक अध्यादेश के खिलाफ अपना रुख स्पष्ट करने में इतना समय क्यों लग रहा है?”

Exit mobile version