नई दिल्ली। त्रिपुरा में पिछले हुए दंगे को लेकर बीजेपी और टीएमसी अब आमने-सामने आ गई है। एक तरफ जहां ममता बनर्जी दिल्ली पहुंचकर पीएम मोदी से मुलाक़ात कर रही थीं ठीक उसी के पहले पश्चिम बंगाल सरकार त्रिपुरा के मुख्यमंत्री के ओएसडी पर FIR दर्ज करवा रही थी। पिछले दिनों टीएमसी के नेताओं पर हुई हिंसा को लेकर ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के कई नेता दिल्ली में ही मौजूद है।
खबरों की मानें तो जिस वक्त ममता बनर्जी दिल्ली में पीएम से मुलाक़ात कर रही थी, उसके कुछ वक्त पहले ही त्रिपुरा सीएम के OSD संजय मिश्रा के खिलाफ कोलकाता में एफआईआर दर्ज करवा दी गई और ये FIR ममता सरकार ने ही दर्ज करवाई है। आपको बता दें कि त्रिपुरा बीजेपी कार्यकर्ताओं पर आरोप है कि उन्होंने टीएमसी कार्यकर्ताओं को पीटा। इसके बाद पुलिस ने टीएमसी नेता सायोनी घोष को पूछताछ के लिए थाने बुलाया। इसके बाद सायोनी घोष और कुणाल घोष समेत टीएमसी के कुछ अन्य नेता अगरतला थाने पहुंचे।
#Breaking| #Tripura CM Biplab Deb’s OSD Sanjay Mishra summoned by Kolkata Police’s Narkeldanga PS. He has been asked to appear before the police tomorrow i.e. November 25. pic.twitter.com/wDnmFWtbGV
— Pooja Mehta (@pooja_news) November 24, 2021
टीएमसी ने आरोप लगाया है कि जब सायोनी घोष पूछताछ के लिए गई, तो करीब 25 भाजपा कार्यकर्ता हेलमेट और लाठियां लिए हुए पहुंचे और थाने के अंदर टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमला करने लगे। जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गये। इस घटना के विरोध में टीएमसी के कई नेता दिल्ली पहुंचे और ममता बनर्जी के पीएम मोदी से मुलाक़ात करने से पहले वे गृहमंत्री अमित शाह से मिले, खबरों की मानें तो गृह मंत्रालय ने त्रिपुरा के सीएम से रिपोर्ट तलब किया है।
I also spoke to PM Modi on Tripura violence: West Bengal CM Mamata Banerjee
If Akhilesh (Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav) needs our help, then we are ready to extend help, says Mamata Banerjee on being asked about UP Assembly elections pic.twitter.com/V2XqY7mO4q
— ANI (@ANI) November 24, 2021
वहीं इस पूरे घटनाक्रम पर त्रिपुरा मुख्यमंत्री के ओएसडी संजय मिश्रा के एक करीबी ने कहा है कि ममता सरकार ने राजनीतिक साजिश के चलते ये मुकदमा दर्ज करवाया है। टीएमसी के नेता लगातार त्रिपुरा में माहौल बिगाड़ने की कोशिश में जुटे हैं। ये एक बड़ी साजिश है और इसे किसी भी हालत में सफल नहीं होने दिया जाएगा। जबकि मुख्यमंत्री बिप्लब देव ने भी कहा है कि त्रिपुरा में किसी भी तरह की हिंसात्मक घटनाएं बर्दाश्त नहीं होंगी। इसे भड़काने वालों से भी सख्ती से निपटा जाएगा।