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Bhajan Lal Sharma Oath Ceremony: राजस्थान के सीएम पद के लिए चुने गए भजन लाल शर्मा, इस दिन लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ

नई दिल्ली। राजधानी जयपुर में केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह के नेतृत्व में हुई विधायक दल की बैठक में भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना गया। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री पद के लिए भजन लाल का नाम प्रस्तावित किया। जिसके बाद सभी ने उस पर सर्वसम्मति से मुहर लगाई। विधायक दल की बैठक से पूर्व वसुंधरा राजे की केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह के साथ होटल ललित में सीक्रेट मीटिंग हुई। इसके बाद फोटो सेशन हुआ। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने अपने संबोधन के साथ बैठक का सिलसिला शुरू किया। इसके बाद प्रस्तावक वुसंधरा राजे ने भजन लाल शर्मा का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया। वहीं, प्रेम चंद्र बैरवा और दीया कुमारी को डिप्टी सीएम बनाया गया। इसके अलावा वासुदेव देवनानी को राजस्थान विधानसभा का अध्य़क्ष बनाया गया है।

कौन हैं भजन लाल शर्मा

भजन लाल शर्मा सांगानोर से विधायक हैं। वो बीजेपी में महामंत्री भी रह चुके हैं। उनके पास 36 साल का राजनीतिक अनुभव है, जिसमें उन्होंने अलग-अलग पदों पर काम किया है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विधार्थी परिषद से की थी। संघ से भी इनके ताल्लुकात रहे। जहां से इन्होंने राजनीति का ककहरा सीखा। बिना किसी स्वार्थ के अपनी पार्टी के लिए पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ काम करते रहे। यह उनकी कर्तव्यनिष्ठा का ही नतीजा है कि पहली मर्तबा विधायक बनाए जाने के बावजूद भी उन्हें शीर्ष नेतृत्व ने मुख्यमंत्री पद के लिए चुना। उधर, मुख्यमंत्री पद के लिए चुने जाने के बाद वो अपने समर्थकों के साथ राजभवन गए, जहां उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया। उधर, भजन लाल ने मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर पीएम मोदी और अमित शाह के प्रति अपना आभार भी प्रकट किया।

कब है शपथ ग्रहण समारोह

आपको बता दें कि भजन लाल शर्मा आगामी 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो सकते हैं। इससे पहले 13 दिसंबर को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह होगा। सनद रहे कि छत्तीसगढ़ में जहां विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना गया है, तो वहीं मोहन यादव को मध्य प्रदेश को सीएम बनाया गया है। बताया जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी ने यादवों को साधने के मकसद से मोहन यादव पर दांव आजमाया गया है। ध्यान दें, आगामी लोकसभा चुनाव के लिहाज से उत्तर प्रदेश के बाद अगर कोई सर्वाधिक बड़ा राज्य माना जाता है, तो वो मध्य प्रदेश है। ऐसे में पार्टी कोई भी कदम लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए उठा रही है।

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