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151 से ज़्यादा पवित्र नदियों का जल लेकर भूमि पूजन में शामिल होने अयोध्या पहुंचे दो भाई

नई दिल्ली। अयोध्या में भूमि पूजन में शामिल होने के लिए लोगों में काफी उत्सुकता देखने को मिल रही है। राम मंदिर की नींव में कई पवित्र जगहों, धार्मिक स्थलों से मिट्टी लेकर लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं। बता दें कि अयोध्या में लंबे इंतजार के बाद सर्वोच्च अदालत के फैसले पर राम मंदिर का निर्माण शुरू किया जा रहा है। जिसके लिए भूमि पूजन 5 अगस्त को होगा, और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे।

मंदिर के लिए हो रहे भूमि पूजन के लिए दो भाई राधे श्याम पांडे और शब्द वैज्ञानिक महाकवि त्रिफला जिनकी उम्र 70 वर्ष से ज़्यादा है राम मंदिर की नींव में डालने के लिए 151 से ज़्यादा पवित्र नदियों का जल लेकर अयोध्या पहुंचे हैं। बता दें कि शब्द वैज्ञानिक महाकवि त्रिफला बचपन से ही देख नहीं सकते हैं

राम मंदिर के लिए त्याग और अपनी इस यात्रा को लेकर राधे श्याम पांडे ने बताया कि, “मैं राम मंदिर निर्माण के लिए भारत की 151 नदियों, 8 नद, 3 समुद्र का जल लाया हूं। मैं श्रीलंका की 16 ​स्थानों की पवित्र मिट्टी, 5 समुद्र और 15 नदियों का भी जल लाया हूं। मैंने 1968 से 2019 तक पैदल, साइकिल, ट्रेन, हवाई जहाज से यात्रा करके इन सबको इकट्ठा किया है।

बता दें कि भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में फैले भारतीयों में राम मंदिर निर्माण को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है। पांच अगस्त को पीएम मोदी अयोध्या पहुंचेंगे और भूमि पूजन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। उनके इस कार्यक्रम को लेकर अयोध्या में हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी महंत राजू दास ने भूमि पूजन को लेकर जानकारी दी है कि, “5 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी भूमिपूजन के लिए आ रहे हैं, उन्होंने तय किया है कि पहले वो हनुमानगढ़ी में दर्शन करेंगे। यहां विशेष पूजा की व्यवस्था रहेगी। हमें 7 मिनट दिए गए हैं इसमें प्रधानमंत्री का आना-जाना शामिल है, करीब 3 मिनट पूजा में लगेंगे।”

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी के अलावा, अवधेशानंद सरस्वती, उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा, रामभद्राचार्य, इकबाल अंसारी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह और विनय कटियार को भी भूमि पूजन में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है। भूमि पूजन कार्यक्रम में कोई केंद्रीय मंत्री शामिल नहीं होगा।

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