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Farmer Protest: किसान आंदोलन को लेकर बड़ा खुलासा, पकड़े गए ‘शूटर’ का दावा ‘अगवा कर किसान प्रदर्शनकारियों ने पीटा और बुलवाया झूठ’

नई दिल्ली। दिल्ली को चारों तरफ से घेरकर बैठे किसान पिछले लगभग दो महीने से केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को खारिज करने की मांग कर रहे हैं। इस स के बीच किसान नेताओं और सरकार के बीच 11 दौर की बातचीत बेनतीजा रही है। वहीं सरकार की तरफ से भी यह स्पष्ट कर दिया गया है कि वह कृषि कानूनों को खारिज करने के मूड में नहीं है। सरकार ने किसानों के सामने कृषि कानून को 1 साल तक स्थगित करने और इस पर बातचीत करने की बात कही थी। लेकिन किसान संगठन ने सरकार की इस बात को भी मानने से इनकार कर दिया। इसके बाद सरकार ने स्पष्ट कर दिया की इससे बेहतर विकल्प वह नहीं सुझा सकते हैं।

इस बीच कल एक घटना जो किसानों के प्रदर्शन स्थल पर घटी उसने सनसनी फैला दी। अचानक यह खबर आई की किसान आंदोलन में एक लड़का चार किसान नेताओं को मारने की साजिश रच रहा है। जिसको उन्होंने पकड़ा है और उसे मीडिया के सामने पेश किया गया। लड़के का नाम योगेश सिंह है जिसने मीडिया के सामने आकर कहा कि वह चार किसानों की हत्या की साजिश कर रहा था। इसके साथ ही 26 जनवरी को होनोवाले किसानों की ट्रैक्टर रैली से पहले अराजकता फैलाने की साजिश रच रहा था। इस दौरान लड़के ने राई के थाना प्रभारी प्रदीप कुमार का नाम लिया था जिसने उन्हें ऐसा करने की ट्रेनिंग दी थी। इसके साथ ही उस लड़के ने कहा था कि उसके 50-60 साथी है जो ट्रैक्टर रैली के दौरान पुलिस वालों पर फायरिंग करेंगे जिससे अराजकता फैलेगी और फिर माहौल खराब होगा।


लेकिन अब उसी लड़के का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह बता रहा है कि उसे जबर्दस्ती किसानों की भीड़ ने अगुवा कर लिया और फिर किसान प्रदर्शनकारियों ने उसे पीटा और उससे यह कहा कि अगर उसे जैसा कहा जा रहा है वह नहीं बोला तो उसे जान से मार दिया जाएगा। हालांकि इसके साथ ही जब जांच की गई तो पता चला कि राई में थाना प्रभारी प्रदीप नहीं बल्कि विवेक मलिक हैं।


वहीं आरोपी युवक का जो वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें उसने पुलिस के सामने कहा है कि उसके साथ किसानों ने मारपीट की और प्रेस के सामने झूठ बोलने के लिए कहा था। युवक ने बताया कि उसके मामा के घर बेटे का जन्म हुआ था। वह वहां से लौट रहा था। उसे किसानों ने एक दिन पहले पकड़ा था। उससे मारपीट कर उसे प्रेस के सामने झूठ बोलने को विवश किया गया।

जो वीडियो योगेश का सामने आया है उसमें वह कहता है, मै सोनीपत का योगेश सिंह, 19 तारीख को मेरे मामा का लड़का हुआ था मैं वहां गया हुआ था। मैं दिल्ली डीटीसी बस में आया था। दिल्ली पुलिस ने मुझे वहां से आगे पैदल नरेला भेजा था। उसी दिन शाम को करीब साढ़े चार बजे कोंडली एरिया में मैंने उन्हें केवल इतना झूठ बोला कि कोई यहां लड़की छेड़ रहा है। उनको ये लगा कि मैं लड़की छेड़ रहा हूं। वो अगवा कर मुझे कैंप ले गए फिर वहां ले जाकर मुझे मारा, बेल्ट से मारा और ट्राली में उल्टा लटकाकर मारा। अगले दिन उन्होंने मुझसे कहा कि जो हम करेंगे वो करेगा? मैंने कहा ठीक है सर। मुझे मारकर उन्होंने खाना खिलाया और कहा कि जैसे-जैसे हम बोलेंगे तू वैसा करेगा। मैं ने कहा ठीक है सर।’


योगेश ने आगे बताया, ‘उन्होंने रात को मुझे दारू पिलाकर फिर मारा। मेरे साथ एक और लड़का था जिसका नाम था सागर, वो बोल रहा था कि मैंने तो कुछ करा भी नहीं है तब भी मुझे मार रहे हैं। वो किसी तरह भाग गया। दूसरे दिन जब मैं उठा तो उन्होंने मुझे कहा कि उसको तो हमने मार दिया है अब हम जो कहेंगे तू वो करेगा। अगले दिन फिर मारा.. मैंने 112 नंबर पर भी फोन किया.. मैंने कहा कि मुझे पुलिस के हवाले कर दो, तो वो बोले हम किसी के हवाले नहीं करते हैं, मारकाट कर फेंक देते हैं।’ योगेश ने अपने दावे में यह भी कहा कि उसके साथ कुछ और युवक भी पकड़े गए थे। बता दें कि योगेश को ही किसान संगठनों ने गुरुवार को मीडिया के सामने पेश किया था। प्रदर्शनकारी किसान नेताओं ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि उनमें से चार की हत्या करने और 26 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के दौरान अशांति पैदा करने की साजिश रची गई।

अब इस पूरे मामले की सच्चाई जानने के लिए सीआईए प्रयास कर रही है। युवक को सीआईए की हवाले कर दिया गया है। वहीं इसको लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पुलिस द्वारा पकड़े गए युवक से पूछताछ की जा रही है। जांच पूरी होने तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।

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