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Bihar: CM नीतीश का लालू-राबड़ी पर साधा निशाना, 2005 की कानून व्यवस्था कर याद लिया लपेटे में

Nitish Kumar and Lalu

नई दिल्ली। बिहार से एक बड़ी खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी को ही लपेटे में ले लिया। दरअसल पटना में भीम संसद कार्यक्रम को संबोधित करते सीएम नीतीश ने 2005 से पहले की कानूनी व्यवस्था को लेकर ऐसा बयान दे दिया। जिसके बाद वहां मौजूद सब लोग हैरत में पड़ गए। नीतीश कुमार ने लालू-राबड़ी के राज का जिक्र करते हुए कहा, 2005 के पहले शाम 5 बजे के बाद कोई बाहर निकलता था। बता दें कि 2005 से पहले लालू और राबड़ी देवी सत्ता पर काबिज थी।  हालांकि उन्होंने संबोधन में लालू और राबड़ी का नाम नहीं लिया।

नीतीश कुमार ने मंच से कहा, हम 2005 में आए। उसके पहले शाम को कोई आदमी बाहर निकलता था। आज देखिए शाम और देर रात तक लोग घूमते है। हिंदू, मुस्लिम कोई भी हो। सबके हित में हम लोगों ने काम किया है और सबके लिए काम करते हुए कोशिश की है। जिनके लिए नहीं था उनके लिए भी राज्य सरकार ने काम किया। आज देखकर खुशी है कि बड़ी संख्याओं में लड़कियां और महिलाएं यहां पर है। कितना अच्छा लग रहा है। पहले क्या था महिलाएं और लड़कियां घर से बाहर निकल नहीं पाती थी। जब सबके लिए काम करना शुरू किया।

बता दें कि राजधानी पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में रविवार को जदयू नेता और मंत्री अशोक चौधरी के द्वारा भीम संसद का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में लोगों की भारी भीड़ पहुंची थी। इसके अलावा मंच से देश का प्रधानमंत्री कैसा हो। नीतीश कुमार जैसा हो। इसके नारे भी खुद मंत्रियों ने लगाए। इसके अलावा उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का मुद्दा भी उठाया।

लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर 2005 के पहले का जिक्र नीतीश कुमार क्यों कर रहे है। इसके पीछे क्या मकसद हो सकता है? इसके पहले भी कई कार्यक्रम हुए है जिसमें वो याद दिला चुके है कि 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी। नीतीश कुमार ये बताना चाहते है कि जब 2005 के बाद से जेडीयू शासन में है वो किसी भी गठबंधन में हो चाहे भाजपा के साथ हो या लालू के साथ रहे हो। उनका ही एजेंडा चलता आया है।    

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