Tej Pratap Yadav : 9 महीने के अंदर यह दूसरी बार है, जब तेज प्रताप की तबीयत खराब हुई है। पहले जब उनकी तबियत खराब हुई तब उन्हें पटना के कंकड़बाग स्थित मेडिवर्सल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
MLC Election Bihar : बिहार में 11 सीटों के लिए 21 मार्च को वोटिंग होगी, नामांकन की आखिरी तारीख 11 मार्च है।
Land For Job Scam: इससे पहले शुक्रवार को राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के लिए एक साथ कार से पहुंचीं. उनकी जमानत याचिका पर न्यायमूर्ति विशाल गोगने ने सुनवाई की। जज ने सबसे पहले मामले में मौजूद सभी आरोपियों की हाजिरी ली।
Bihar: नीतीश कुमार एक बार फिर से पलटी मारने की तैयारी में हैं। वो कभी-भी बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। पिछले कई दिनों से जिस तरह से बीजेपी से उनकी नजदीकियां बढ़ रही हैं, उसे ध्यान में रखते हुए नीतीश के बीजेपी में जाने की चर्चा अपने चरम पर है।
ED: बीते दिनों अमित शाह ने एक अखबार को दिए साक्षात्कार में पूछा गया था कि क्या नीतीश कुमार दोबारा एनडीए में शामिल हो सकते हैं, तो इस पर शाह ने कहा कि अगर उनकी तरफ से ऐसा कोई प्रस्ताव सामने आया, तो हम इस पर जरूर विचार करेंगे। फिलहाल, उनकी तरफ ऐसा कोई भी प्रस्ताव सामने नहीं आया है।
Bihar Politics: नीतीश कुमार भी पहुंचे। उन्होंने लालू प्रसाद यादव से औपचारिक मुलाकात भी की थी। इस बीच जब नीतीश कुमार बाहर आए, तो उनके माथे में दही का तिलक नहीं लगा था। इस बारे में जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किया, तो उन्होंने कोई भी जवाब नहीं दिया, जिसके बाद सियासी गलियारों में यह चर्चा तेज हो गई कि क्या लालू प्रसाद यादव उनसे खफा हैं।
RJD Poster War : विवादास्पद पोस्टर में एक संदेश दिया गया है जिसमें कहा गया है कि मंदिर मानसिक दासता के मार्ग का प्रतीक हैं, जबकि स्कूल जीवन में आत्मज्ञान के मार्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसका तर्क है कि मंदिर की घंटियों की आवाज अंधविश्वास, पाखंड, मूर्खता और अज्ञानता की ओर बढ़ने का प्रतीक है, जबकि स्कूल की घंटियों की आवाज तार्किक ज्ञान, वैज्ञानिक सोच और ज्ञान की दिशा में प्रगति का प्रतीक है।
Bihar: बता दें कि राजधानी पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में रविवार को जदयू नेता और मंत्री अशोक चौधरी के द्वारा भीम संसद का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में लोगों की भारी भीड़ पहुंची थी। इसके अलावा मंच से देश का प्रधानमंत्री कैसा हो। नीतीश कुमार जैसा हो। इसके नारे भी खुद मंत्रियों ने लगाए। इसके अलावा उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का मुद्दा भी उठाया।
लालू यादव पर आरोप है कि केंद्र में यूपीए-2 की सरकार में वो जब रेल मंत्री थे, तब लोगों से जमीन अपने परिवार के लोगों के नाम लिखवा ली और फिर रेलवे में नौकरी दे दी। लैंड फॉर जॉब घोटाले में लालू परिवार के सदस्यों के अलावा रेलवे के अधिकारी भी हैं। इस मामले में आरोपियों की संख्या 17 है।
ये मामला उस वक्त का है, जब लालू यादव केंद्र की यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे। सीबीआई का आरोप है कि लालू यादव ने अपने और परिवार के लोगों के नाम लोगों से जमीन लिखवा ली और उनको रेलवे में नौकरी दिला दी। लालू और तेजस्वी समेत उनके परिवार के लोगों ने घोटाला होने के आरोपों को गलत बताया है।