नई दिल्ली। रामनवमी के शुभ अवसर पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में भड़की हिंसा के बाद दिल्ली की छात्र राजनीति गरमा गई है। ताजा मामला दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से जुड़ा हुआ है। दरअसल, लेडी श्रीराम कॉलेज के SC ST सेल की ओर से भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान को डॉ भीम राव अंबेडकर की जंयती पर उनके बारे में व्याख्यान देने वाले एक कार्यक्रम में निमंत्रित किया गया था। मगर बाद में उनका निमंत्रण पत्र रद कर दिया गया। स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से विरोध जताने के बाद ये फैसला लिया गया। बता दें कि, स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया माकपा की छात्र विंग है, जो बीजेपी का विरोध करती है। और छात्र समुदाय के कुछ सदस्य पासवान को उनके राजनीतिक संबद्धता के कारण इस कार्यक्रम में आमंत्रित करने के खिलाफ थे, जिसके बाद उनका निमंत्रण रद्द किया गया। निमंत्रण पत्र रद्द किए जाने पर गुरु प्रकाश पासवान ने सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर की है।
पासवान ने जताई नाराजगी
पासवान ने सोशल मीडिया पर लिखा, “वाद-विवाद और चर्चा लोकतंत्र का सार है। ऐसे समय में जब हम अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष मनाते हैं, हमारे संविधान निर्माताओं से सीखना चाहिए कि वे अन्य दृष्टिकोणों को सुनने, आत्मसात करने और सम्मान करने की उनकी क्षमता है। बाबा साहेब ने उन मूल्यों का सम्मान किया!”
Can the subaltern speak?
My experience of #CancelCulture! #AmbedkarJayanti pic.twitter.com/MSB9iQ1UmX— Guru Prakash Paswan (@IGuruPrakash) April 13, 2022
पासवान ने आगे लिखा, “मेरे राजनीतिक जुड़ाव और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में मेरी भूमिका के कारण कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है।” पासवान का कहना है कि बीजेपी से संबद्ध होने के साथ वो अकादमिक बैकग्राउंड से भी आते हैं। ये फैसला सरासर गलत है। बता दें कि गुरु प्रकाश पटना विश्वविद्यालय के लॉ विभाग में असिस्टेंट पप्रोफेसर हैं। इसके अलावा वो दलित इंडिया चेंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के सलाहकार भी हैं।