जयपुर। अलवर जिले के राजगढ़ कस्बे में स्थित 300 साल पुराने भगवान शिव के मंदिर को शुक्रवार को तोड़ दिया गया। मंदिर तोड़े जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोग राजस्थान की कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़ा करते नजर आ रहे हैं। हालांकि, सत्तारूढ़ दल ने यह दावा करते हुए विध्वंस से पल्ला झाड़ लिया है कि राजगढ़ नगरपालिका पर भाजपा का शासन है और कार्रवाई भगवा पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई है। इस बीच स्थानीय प्रशासन ने बताया कि मास्टर प्लान के तहत अतिक्रमण हटाने के तहत यह कार्रवाई की गई है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने हालांकि सवाल किया कि 300 साल पुराना मंदिर अतिक्रमण कैसे हो सकता है? उन्होंने कहा, “भाजपा अपनी टीम मौके पर भेज रही है, जो तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देगी।”
गहलोत राज में मंदिर पर बुलडोजर! अलवर में 300 साल पुराने शिव मंदिर को बुलडोजर से गिराया, गरमाया सियासी पारा pic.twitter.com/UXX4Ne5hrD
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) April 22, 2022
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा, “2018 में भाजपा मंडल अध्यक्ष ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर इस अतिक्रमण को हटाने की सिफारिश की थी। चूंकि राजगढ़ में सतीश गुहारिया के नेतृत्व में एक भाजपा बोर्ड है, इसलिए उनकी बोर्ड बैठक में इस अतिक्रमण को हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया है। उसके बाद ही अतिक्रमण हटाया गया है। कांग्रेस सरकार में मंदिरों के साथ छेड़छाड़ नहीं की जाती है, यह भाजपा का एजेंडा रहा है।”
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के कार्यकाल के दौरान राजस्थान में बीजेपी शासन के दौरान कई मंदिरों को ध्वस्त कर दिया गया था। हाल ही में, सुप्रीम कोर्ट की आपत्तियों के बावजूद इमारतों को ढहाने के लिए दिल्ली में बुलडोजर चलाए गए हैं। गुजरात में भी कई मंदिरों को गिराया गया था। यह भाजपा और आरएसएस ही हैं, जो इन मुद्दों पर राजनीति कर रहे हैं।”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जितेंद्र सिंह ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्थानीय लोगों को ध्यान में रखे बिना पिछली सरकार द्वारा स्वीकृत गौरव पथ बनाने के लिए भाजपा बोर्ड और नगर पालिका राजगढ़ के अध्यक्ष द्वारा अतिक्रमण अभियान का आदेश दिया गया।”
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर पर घटना का एक वीडियो साझा किया और कहा, “करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना यही कांग्रेस की धर्मनिरपेक्षता है।”
राजस्थान के अलवर में विकास के नाम पर तोड़ा गया 300 साल पुराना शिव मंदिर…
करौली और जहांगीरपुरी पर आसूँ बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुँचना – यही है कांग्रेस का सेक्युलरिज़म। pic.twitter.com/2cUcSH6Ox2
— Amit Malviya (@amitmalviya) April 22, 2022