नई दिल्ली। इन दिनों बुलडोजर का हर जगह बोल बाला देखने को मिल रहा है। यूपी, मध्य प्रदेश, गुजरात समेत अवैध कब्जा और आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर चलाया जा रहा है। बता दें कि रामनवमी और हनुमान जयंती के मौके पर कई राज्यों से हिंसा की खबर सामने आई थी। वहीं हिंसा करने वाले आरोपियों के खिलाफ सरकार लगातार एक्शन ले रही है। गुजरात के साबरकांठा में इस मौके पर हिंसा की खबर सामने आई थी। जिसके बाद से ही राज्य सरकार हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इसी क्रम में बीते सोमवार को दंगा प्रभावित इलाके हिम्मतनगर में अवैध निर्माण कब्जा हटाने के लिए प्रशासन ने लोगों को नोटिस थमाया था, जिसके बाद मंगलवार को प्रशासन की टीमें बुलडोजर लेकर पहुंची। जैसे ही यह लोगों को खबर मिली कि हिंसा में शामिल आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाकर उसे तोड़ दिया गया है।
वहीं कुछ लोग ये देखकर खुद ही अपने-अपने अवैध कब्जे वाली जगह को तोड़ने में लग गए। बुलडोजर का खौफ इतना है कि लोग खुद ही हथौड़ा-फावड़ा लेकर कब्जे को हटाने लगे। गौरतलब है कि गुजरात के खंभात और साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर में रामनवमी के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव किया गया था। जिसके बाद हिंसा भड़की गई थी। इतना ही नहीं सांप्रदायिक झड़पों के बीच भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े थे।
इस घटना में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे। खबरों के अनुसार, साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर हिंसा केस में तकरीबन 20 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। बता दें कि, इससे पहले रामनवमी के ही दिन मध्य प्रदेश के खरगोन में भी हिंसा भड़की थी। बाद में, यहां भी प्रशासन ने जुलूस पर पथराव करने वाले और हिंसा के आरोपियों की संपत्ति पर बुलडोजर चला दिया था।