नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से जुड़ी बड़ी खबर है। केंद्र सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश के जम्मू इलाके में आतंकवाद की लगातार होती घटनाओं को रोकने और दहशतगर्दों के समूल नाश के लिए इस इलाके में 24 कंपनी अतिरिक्त केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती करने का फैसला किया है। बीते दिनों जम्मू संभाग में लगातार आतंकी हमले हुए थे। इसके अलावा ये खबर भी मिल रही है कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद एक बार फिर सक्रिय हो रहा है।
सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों जम्मू के रियासी, कठुआ और डोडा में लगातार जिस तरह आतंकियों ने बेखौफ होकर हमले किए, उसके बाद यहां आतंकवादी गतिविधियां बढ़ने की आशंका दिख रही है। इससे शुरुआती दौर में ही निपटने के लिए केंद्रीय बलों की 24 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया गया है। केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की इन अतिरिक्त कंपनियों को जम्मू के संवेदनशील इलाकों में तैनात किया जाएगा। केंद्रीय बलों के जवान जम्मू में आतंकवाद विरोधी मिशन में जुटेंगे। जम्मू में पहले आतंकवादी घटनाएं कम होती थीं। जबकि, कश्मीर घाटी आतंकियों का गढ़ मानी जाती थी। अब कश्मीर में आतंकवाद पर नकेल कसी गई है, तो आतंकी जम्मू में घुसपैठ कर वहां अपनी हरकतें करने लगे हैं।
मोदी सरकार के शपथग्रहण के दिन 9 जून को ही जम्मू के रियासी में आतंकियों ने तीर्थयात्रियों की बस पर हमला कर 9 लोगों की जान ली थी। इसके एक दिन बाद ही आतंकियों ने कठुआ में एक गांव पर धावा बोला था। वहां मुठभेड़ में एक दहशतगर्द मारा गया था। 11 जून को आतंकियों ने जम्मू के डोडा में सेना की पोस्ट पर हमला किया था। जिसमें जवान घायल हुआ था। जम्मू संभाग में आतंकियों के ताबड़तोड़ हमलों के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अहम बैठक बुलाई थी। जिसमें तय हुआ कि जम्मू संभाग में आतंकी अपने पैर अच्छी तरह पसार सकें, उससे पहले ही उनके समूल नाश के लिए कदम उठाना चाहिए।