नई दिल्ली। धर्मनगरी अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की तैयारियां शुरू हो गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को रामलला के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन करेंगे। इस बीच राम मंदिर के निर्माण स्थल के नीचे टाइम कैप्सूल रखे जाने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने इस प्रकार की किसी भी खबर को अफवाह बताया है जबकि रविवार को ही ट्रस्ट के सदस्य ने निर्माण स्थल के करीब 200 फीट नीचे टाइम कैप्सूल को रखने की बात मीडिया से बताई थी।
चंपत राय ने एक वीडियो जारी करके इस बयान का खंडन किया है कि पांच अगस्त को कोई टाइम कैप्सूल जमीन के नीचे रखा जाएगा। राय ने कहा, ‘समाचार आ रहा है कि 5 अगस्त को कोई टाइम कैप्सूल जमीन के नीचे रखा जाएगा। यह खबर गलत है , मनगढ़ंत है… मैं सब से आग्रह करूंगा कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से जब कोई अधिकृत वक्तव्य जाए उसी को सही मानें।और इधर-उधर जो बातें छपती हैं उस पर.. काल्पनिक बातों पर विचार करके अपना मन खराब न करें।’
Reports about time capsule being placed underground at #RamMandir site baseless: Champat Rai |#AyodhyaRamMandir|
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इससे पहले मंदिर ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने मीडिया को बताया कि मंदिर की नींव में टाइम कैप्सूल रखा जाएगा, जिसमें मंदिर निर्माण का पूरा इतिहास दर्ज होगा। अब इस खबर को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने गलत बताया है।
गौरतलब है कि मीडिया में खबर आई थी कि राम मंदिर के हजारों फीट नीचे एक टाइम कैप्सूल दबाया जाएगा, ताकि भविष्य में मंदिर से जुड़े तथ्यों को लेकर कोई विवाद न रहे। यह बताया गया था कि इस कैप्सूल में मंदिर का इतिहास और इससे जुड़े तथ्यों के बारे में जानकारी होगी।