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CM Mamta Banerjee: पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी पर आया CM ममता का पहला रिेएक्शन, कहा– मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ हूं, लेकिन….

नई दिल्ली। इन दिनों पश्चिम की राजनीति का पारा अपने चरम पर पहुंच चुका है। वजह बने हुए हैं उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी। उन्हें बीते दिनों ईडी ने शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था। इससे पहले उनके करीबी अर्पिता को गिरफ्तार किया गया था। अपनी गिरफ्तारी पर चर्टजी ने कहा कि उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है। वे बेकसूर हैं। अब वे बेकसूर हैं या कसूरवार। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा। लेकिन, इससे पहले सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चाओं का बाजार गुलजार था कि आखिर इस पूरे मसले को लेकर सीएम ममता बनर्जी का क्या कहना है? आखिर पार्थ चटर्जी कोई और नहीं, बल्कि ममता सरकार में उद्योग मंत्री हैं। ऐसे में अपनी मंत्री की गिरफ्तारी पर ममता की क्या प्रतिक्रिया है, यह जानने की आतुरता लोगों के जेहन में अपने चरम पर होगी ही।

तो अब आपको बता दें कि आपके इंतजार की घड़ी अब खत्म हो चुकी है। जी हां… बिल्कुल…सही पहचाना आपने… ममता बनर्जी का पार्थ चटर्जी मामले में बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि मैं भ्रष्टाचार का बिल्कुल भी समर्थन नहीं करती हूं, जिसने गलती की है, उसे सजा मिलनी चाहिए। मेरी पूरी राजनीतिक जीवन का ध्येय ही भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना ही रहा है। उन्होंने आगे कहा कि लेकिन सभी लोग एक जैसे नहीं होते हैं। मैं चाहती हूं कि सच्चाई एक समय सीमा के बाद बाहर आ जाए। अगर पार्थ चटर्जी दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें उम्रकैद की सजा मिलने से भी गुरेज नहीं होना चाहिए। मैं चाहती हूं कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। ममता बनर्जी ने आगे कहा कि मैंने राजनीति में जनसेवा करना सीखा है और यह मैंने अपने माता-पिता और शिक्षकों से सीखी है, जिससे कि समाज की भलाई हो सकें। उन्होंने यह भी कहा कि मैंने मुख्यमंत्री के रूप में दो लाख रुपए प्रतिमाह वेतन लेती हूं और सांसदों के रूप में 1 लाख रूपए का वेतन मिलता है, लेकिन इसके बावजूद भी कोई भी ऐसा काम नहीं करती हूं, जिससे मानव संसाधन को ठेस पहुंचे।

बीजेपी और मोदी सरकार पर साधा निशाना

इसके साथ ही ममता बनर्जी ने बीजेपी पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और मोदी सरकार मेरी छवि को धूमिल करने के लिए दुर्भाग्यपूर्ण अभियान चला रही है, लेकिन मैं भी साफ कर देना चाहती हूं कि मैं इस अभियान के खिलाफ हमेशा ही लड़ती रहूंगी। उन्होंने आगे कहा कि आज की तारीख में हर जगह, हर संस्थान , हर सार्वजनिक संस्था को भ्रष्टाचार का दीमक खाए जा रहा है, लेकिन सरकार इस पर विराम लगाने की दिशा में क्या काम कर रही है। जवाब बिल्कुल स्पष्ट है, कुछ भी नहीं। फिलहाल, पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी को लेकर पश्चिम बंगाल की राजनीति का पारा अपने चरम पर पहुंच चुका है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या कुछ रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम

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