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Uttar Pradesh: ODOP और MSME को बढ़ावा देने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने खोला सरकारी खजाना

YOGI

लखनऊ। उत्तर प्रदेश कोरोना काल में भी जिस गति से विकास के पथ पर आगे है इसके पीछे सीएम योगी आदित्यनाथ की वह सोच है जिसमें उनका मानना है कि किसी भी हालत में प्रदेश के लोगों को काम के लिए दूसरे राज्यों में पलायन ना करना पड़े। इसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार राज्य में निवेश को प्रोत्साहित भी कर रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर 3,54,825 एमएसएमई इकाइयों को 10,390 करोड़ रुपये के ऋण एवं ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ के अन्तर्गत 5,000 प्रशिक्षार्थियों को टूलकिट ऑनलाइन वितरित किये।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि ऑनलाइन लोन मेले के माध्यम से आज एमएसएमई क्षेत्र की इकाइयों को ऋण वितरित किया जा रहा है। इसके पूर्व भी कोरोना काल में विभिन्न चरणों के तहत एमएसएमई इकाइयों के लिए ऑनलाइन ऋण वितरित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि आज एमएसएमई क्षेत्र की 3 लाख 24 हजार 911 नई इकाइयों को कुल 9,074 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया जा रहा है। इनमें विभिन्न रोजगारपरक योजनाओं जैसे-‘प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम’, ‘मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना’, ‘एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण सहायता योजना’, ‘मुद्रा योजना’ एवं अन्य एमएसएमई ऋण सम्मिलित हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत योजना’ के अन्तर्गत 29,914 पूर्व स्थापित इकाइयों को 1,316 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज लोन मेले के माध्यम से कुल 3 लाख 54 हजार 825 एमएसएमई इकाइयों को 10,390 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया जा रहा है। ‘एक जनपद एक उत्पाद प्रशिक्षण एवं टूलकिट वितरण योजना’ के अन्तर्गत परम्परागत उत्पाद को बेहतर अवसर देने के लिए प्रदेश के सभी जनपदों में ट्रेनिंग कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना के तहत इस वित्तीय वर्ष में 16,000 प्रशिक्षार्थियों को कौशल उन्नयन हेतु प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने कहा कि आज 5,000 प्रशिक्षार्थियों को उनके व्यवसाय से सम्बन्धी उन्नत टूलकिट का ऑनलाइन वितरण किया जा रहा है। यह टूलकिट्स हैण्डलूम, हैण्डीक्राफ्ट, टेक्सटाइल, मेटल शिल्प, खाद्य प्रसंस्करण, पॉटरी आदि से सम्बन्धित हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एमएसएमई सेक्टर को आगे बढ़ाकर तथा इसके माध्यम से उद्यमियों, व्यवसायियों और युवाओं को उन्नति का बेहतर माहौल देकर प्रदेश की सम्भावनाओं को वास्तविक धरातल पर उतारने में सफलता मिलेगी। आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत ऋण वितरण से प्रदेश की एमएसएमई इकाइयों को लाभ मिल रहा है। यह स्थानीय स्तर पर आम नागरिकों को स्वावलम्बी बनाने तथा प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि नवीन एमएसएमई इकाइयों की स्थापना तथा विस्तार के लिए पुरानी इकाइयों को पूंजी उपलब्ध कराने में यह लोन मेला एक संजीवनी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक सम्पन्न लोन मेलों के माध्यम से एमएसएमई सेक्टर को व्यापक स्तर पर ऋण की सुविधा प्रदान की गयी है। इससे लगभग 25 लाख रोजगार सृजित हुए हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोन प्राप्त करने वाले लाभार्थियों में जनपद सिद्धार्थनगर की सरिता मिश्रा, जनपद मुरादाबाद के निश्चल आर्या, जनपद हापुड़ के शुभम कंसल, जनपद वाराणसी के मोहम्मद रेहान अंसारी तथा जनपद गोरखपुर के अर्जुन कुमार भारती सहित कई और लोगों से वर्चुअल संवाद किया।

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