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Uttar Pradesh: अब आत्मनिर्भर बनने की राह में यूपी, सीएम योगी ने 24वें हुनर हाट का किया शुभारंभ

Yogi Adityanath Hunar Haat

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवध शिल्प में 12 दिवसीय 24वें हुनर हाट का उद्घाटन किया है। इस समारोह में उनके साथ केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी भी मौजूद रहे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हुनर हाट क्राफ्ट, क्यूजीन और कल्चर का अद्भुत संगम है। आत्मनिर्भर भारत बनाने में भारतीय दस्तकारी कला व परम्परागत उद्योग अत्यन्त महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से भारतीय हुनर को नई पहचान मिली है। प्रधानमंत्री ने लोकल को वोकल और फिर उसे ग्लोबल बनाने का जो संकल्प लिया है, वही भारत को वैश्विक पहचान दिला रहा है।

मुख्यमंत्री आज यहां अवध शिल्पग्राम में आयोजित 24वें हुनर हाट का शुभारम्भ करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। ज्ञातव्य है कि हुनर हाट का आयोजन अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राज्य सरकार के सहयोग से किया जा रहा है। हुनर हाट 4 फरवरी, 2021 तक आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने स्वाधीनता आन्दोलन के महानायक और भारत माता के महान सपूत नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयन्ती पर आयोजित हुनर हाट में, देश के कोने-कोने से आये कारीगरों, शिल्पकारों, दस्तकारों का अभिनन्दन करते हुए कहा कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने सदियों से गुलामी की बेड़ियों से देश को मुक्त कराने के लिए स्वदेशी के मूल मंत्र का उद्घोष किया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार हुनर हाट कार्यक्रम में ओडीओपी को भी जोड़ा गया है। वर्तमान सरकार परम्परागत उद्योगों को प्रोत्साहित करने का कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए आवश्यक है कि परम्परागत उद्योगों को एक अच्छा प्लेटफॉर्म दिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की ओडीओपी योजना देश की एक अभिनव योजना है। लखनऊ की चिकनकारी, भदोही की कालीन, वाराणसी का सिल्क, गोरखपुर का टेराकोटा, फिरोजाबाद का ग्लास उद्योग, मुरादाबाद का पीतल उद्योग, आगरा एवं कानपुर की लेदर कारीगरी ने विशिष्ट पहचान बनायी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दुनिया में कहीं भी प्रदर्शनी लगती है तो हुनर हाट से जुड़े लोग उसमें प्रतिभाग करते हैं। हुनर हाट में देश के विभिन्न क्षेत्रों के व्यंजन का स्वाद लिया जा सकता है और भारत के परम्परागत खान-पान, रहन-सहन और वेश-भूषा को भी देखा जा सकता है, जो अनेकता में एकता का संदेश देता है। पिछले हुनर हाट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पहले यह आयोजन एक सप्ताह का था, लेकिन लोगों की भारी मांग पर इसे बढ़ाकर 15 दिनों तक संचालित किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 10 माह से पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहा है। कोरोना कालखण्ड में सैनिटाइजर की काफी मांग बढ़ी थी, जिससे बाजार में इसके दाम काफी ज्यादा थे। प्रदेश सरकार द्वारा चीनी मिलों को सैनिटाइजर बनाने के लिए प्रेरित किया गया। इसका परिणाम है कि सैनिटाइजर के दामों में काफी कमी आयी। प्रदेश सरकार द्वारा 27 राज्यों को भी सैनिटाइजर निर्यात किया गया। उन्होंने कहा कि पहले हमें पीपीई किट के लिए चीन पर निर्भर रहना पड़ता था और चीन का पीपीई किट मानकों के अनुरूप नहीं था। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से पीपीई किट का निर्माण प्रदेश में होने लगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भारत आजाद हुआ था तब प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय देश की प्रति व्यक्ति की आय के बराबर थी। बीच के कालखण्ड में परम्परागत उद्योग को महत्व नहीं दिया गया। इसका परिणाम रहा कि जहां देश की प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 20 हजार रुपये थी, वहीं उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय मात्र 43 हजार रुपये ही थी। वर्तमान राज्य सरकार के गठन के बाद उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय 43 हजार रुपये से बढ़कर 70 हजार रुपये हो गयी है, अर्थात आय बढ़ाने में ओडीओपी ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। हुनर हाट और ओडीओपी आत्मनिर्भर भारत बनाने और रोजगार का बढ़िया माध्यम है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय ने हुनर हाट को अन्तर्राष्ट्रीय मंच प्रदान किया है, जिसमें 5 हजार से अधिक कारीगर इस हुनर हाट से जुड़े हुए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत की जो बयार चली है, उससे पूरा विश्व भारत का लोहा मान रहा है। प्रधानमंत्री ने कोरोना का बेहतर प्रबन्धन किया है, जिसका परिणाम है कि भारत में 2 कोरोना वैक्सीन बनी हैं। ब्राजील के राष्ट्रपति ने आज प्रधानमंत्री को कोरोना वैक्सीन के लिए धन्यवाद दिया है। ब्राजील के राष्ट्रपति ने अपने देश के लिए भी कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री से आग्रह किया है। आज पूरा विश्व भारत के पीछे चलता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री वसुधैव कुटुम्बकम की भावना के साथ कार्य करते हैं। 16 जनवरी, 2021 से भारत में वैक्सीनेशन का कार्य प्रारम्भ हो गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हुनर हाट प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हुनर हाट के माध्यम से दस्तकारी और शिल्पकारी को नई पहचान मिली है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी, कच्छ से लेकर कटक तक भारतीय परम्परागत उद्योगों को एक प्लेटफॉर्म मिला है। नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत बनाने का जो संकल्प लिया है, उसे पूरा करने के लिए हम सभी को पूरी प्रतिबद्धता से जुटना होगा। उन्होंने कहा कि हुनर हाट ने वैश्विक पहचान बनायी है। कई देशों ने अपने यहां हुनर हाट आयोजित करने के लिए प्रस्ताव भी भेजे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रदेश का समावेशी विकास कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में हुनर की काफी सम्भावनाएं हैं, इसलिए इसे हुनर हब के रूप में विकसित किया जा रहा है।

लखनऊ के हुनर हाट में आंध्र, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखण्ड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, मध्य प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, ओडिशा, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से लगभग 500 हुनरमंद अपने उत्पादों के साथ पूरे समय तक मौजूद रहेंगे।

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