लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) मंगलवार को राज्य की राजधानी में सुपर स्पेशलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट (SSCI) में ओपीडी सेवा का शुभारंभ करेंगे। एक बार सुचारू रूप से इसके शुरू हो जाने के बाद यह देश का सबसे बड़ा कैंसर केंद्र होगा।
1,250 बेडों के साथ यह राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (झज्जर, हरियाणा) से भी बड़ा होगा, जहां 700 बेड हैं। यह आकार में मुंबई के टाटा मेमोरियल इंस्टीट्यूट से दोगुना होगा, जहां करीबन 650 बेड हैं और साथ ही यह दिल्ली के राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट से चार गुना बड़ा होगा।
एसएससीआई में डे केयर, रेडिएशन ओन्कोलॉजी और सर्जिकल ओन्कोलॉजी जैसी आउटपुट पेशेंट सर्विसेज की शुरुआत की जाएगी। इसके बाद पहले चरण में 750 बेड लगाई जाएंगी और दूसरे चरण में 500 बेडों को शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री, केंद्रीय रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह की मौजूदगी में एक वर्चुअली आयोजित एक समारोह में मुख्य ओपीडी ब्लॉक को समर्पित करेंगे।
मेडिकल एजुकेशन के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे के मुताबिक, अत्याधुनिक और किफायती सेवाएं प्रदान कर हम मरीजों की देखभाल करने की दिशा में एक मील का पत्थर बनने जा रहे हैं। योग्यता के दृष्टिकोण से एसएससीआई राज्य के एक शीर्ष कैंसर संस्थान के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान करेगा। यह राज्य की राजधानी के लिए जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्री की भी शुरुआत करेगा।
सुपर स्पेशलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट की जानकारी
— संस्थान का कुल प्लाट क्षेत्र लगभग 77 एकड़ है।
— संस्थान के लिए स्वीकृत कुल प्रोजेक्ट व्यय 805.28 करोड़ एवं आवासीय ब्लाक के लिए स्वीकृत प्रोजेक्ट व्यय 30.75 करोड़ है।
— 30 शैया की आईपीडी, रेडियेशन आन्कोलोजी एंव डे-केयर सेवाआों को आरंभ करने हेतु 01 ऑपरेशन थियेटर, लाइनर एक्सीलेटर एवं सीटी स्कैन के साथ-साथ 54 बेड की सुविधा तत्काल, आरंभ किये जाने हेतु आवश्यक व्यवस्था कर ली गई है।
— वर्तमान में स्थान विभिन्न विशिष्टताओं एवं संकाय सदस्यों के साथ क्रियाशील किया जा रहा है। ये विशिष्टताएं क्रमशः रेडियेशन ऑन्कोलॉजी (02), सर्जरीकल ऑन्कोलोजी (02), केडिकल ऑन्कोलोजी (01), गुइनेकोलोजिकल ऑन्कोलोजी (02), न्यूरोसर्जरी (02), प्लास्टिक सर्जरी (01), एनिस्थेशियोलॉजी (03), क्रिटिकल केयर मेडिसिन (01), हास्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन (0), जनरल मेडिशिन (01), पेडियाट्रिक ऑन्कोलोजी (01), आथ्रोपेडिक्स (01), पैथोलॉजी (02), माइक्रोबायोलाजी (01), इमयूनो हेमोजेलाजी बल्ड ट्रान्सफशन (01), डेन्टिस्ट्री (01), पब्लिक हेल्थ (01), ईएनटी (01), रेडियोलॉजी हैं।
— अस्पताल को सुचारू रूप से चलाने के लिए आवश्यक उपकरणों एवं फर्नीचर का क्रय किया जा चुका है।
— आधुनिक Linear Accelerator, CT scanner, Mobile X-ray इत्यादि का क्रय किया जा चुका है।