नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भुवनेश्वर में एक कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए सुप्रीम कोर्ट के सीजेआई जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के घर गणेश उत्सव में शामिल होने को लेकर मचे विवाद पर कांग्रेस और इंडी गठबंधन पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि फूट डालो और राज करो की नीति पर काम करने वाले अंग्रेज गणेश उत्सव से चिढ़ते थे। आज भी जो लोग भारतीय समाज को बांटने और तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, वो गणेश उत्सव से चिढ़ते हैं। जो लोग सत्ता के भूखे हैं, उन्हें गणेश पूजा से दिक्कत है। सत्ता के भूखे लोगों को गणेश पूजा से परेशानी हो रही है। कांग्रेस और उसके ईको सिस्टम के लोग इसलिए भड़के हुए हैं क्योंकि मैंने गणपति पूजा में हिस्सा लिया था।
#WATCH | Bhubaneswar, Odisha: PM Modi says, "The British, who worked on the policy of 'Divide and Rule', were irked by the Ganesh Utsav. Today also, the people who are trying to divide and break the Indian society are irked by Ganesh Utsav. People who are hungry for power have an… pic.twitter.com/9JmvgCbjLn
— ANI (@ANI) September 17, 2024
मोदी बोले कर्नाटक में जहां कांग्रेस की सरकार है वहां इन्होंने और भी बड़ा अपराध किया। वहां इन लोगों ने भगवान गणेश प्रतिमा को ही सलाखों के पीछे डाल दिया। उन तस्वीरों से पूरा देश विचलित हो गया है। इस तरह की नफरत भरी सोच और समाज में जहर फैलाने की मानसिकता हमारे देश के लिए बहुत खतरनाक है। ऐसी नफरती ताकतों को हमें आगे नहीं बढ़ने देना है। हमें साथ मिलकर अभी कई बड़े मुकाम हासिल करने हैं। हमें अपने देश को सफलता की नई ऊंचाईयों पर लेकर जाना है।
Bhubaneswar, Odisha: PM Narendra Modi says, "Today, on September 17th, the country is also observing Hyderabad Liberation Day. After independence, our country faced a situation where foreign powers wanted to break it into pieces and opportunistic individuals were ready to divide… pic.twitter.com/BmurQJm9Uk
— IANS (@ians_india) September 17, 2024
पीएम ने कहा कि आज 17 सितंबर को देश हैदराबाद मुक्ति दिवस भी मना रहा है। आजादी के बाद हमारे देश को ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा जहां विदेशी शक्तियां इसे टुकड़ों में तोड़ना चाहती थीं और अवसरवादी लोग सत्ता के लिए देश को विभाजित करने के लिए तैयार थे। उन परिस्थितियों में, सरदार पटेल ने कदम बढ़ाया और असाधारण दृढ़ संकल्प के साथ देश को एकजुट किया। 17 सितंबर को हैदराबाद को भारत विरोधी चरमपंथी ताकतों से मुक्त कराया गया, इसलिए हैदराबाद मुक्ति दिवस सिर्फ एक तारीख नहीं है, यह हमारे लिए राष्ट्रीय एकता के प्रति प्रतिबद्धता और राष्ट्र के प्रति हमारी जिम्मेदारियाँ के लिए एक प्रेरणा दिवस भी है।