नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार से जमीन मांगी है। खड़गे ने इस संबंध में सरकार को एक पत्र लिखा है, इसमें कहा गया है कि मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार उसी स्थान पर किया जाना चाहिए जहां उनका स्मारक बनाया जा सके, यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इसके लिए कांग्रेस ने मनमोहन सिंह के परिजनों से भी बात की है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने शोक प्रस्ताव भी पारित किया। इससे पहले मोदी कैबिनेट ने भी शोक प्रस्ताव पारित किया था।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>Condolence Resolution by the Congress Working Committee on the Passing of former PM Manmohan Singh <a href=”https://t.co/8bKDIg593b”>pic.twitter.com/8bKDIg593b</a></p>— IANS (@ians_india) <a href=”https://twitter.com/ians_india/status/1872635872451133860?ref_src=twsrc%5Etfw”>December 27, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का कल सुबह अंतिम संस्कार किया जाएगा। इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय में अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा। मनमोहन सिंह का गुरुवार रात एम्स में निधन हो गया था। इसके बाद आज सुबह से ही उनके घर पर श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ जुटी रही। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्र बाबू नायडू समेत तमाम दलों के नेता दलगत राजनीति से ऊपर उठकर पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पहुंचे और श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाने के बाद उनको याद करते हुए एक वीडियो संदेश भी जारी किया। इस वीडियो संदेश में पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह के व्यक्तित्व, उनके स्वभाव के साथ देशहित में किए गए उनके कामों की चर्चा करते हुए उन्हें याद किया। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह के निधन पर अपने शोक संदेश में कहा कि उनका जाता मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। वह मेरे मित्र और मार्गदर्शक दोनों थे। वो बुद्धिमता और विनम्रता के प्रतीक थे।