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Fact Check: बुरे फंसे राहुल गांधी, रेलवे के निजीकरण का किया झूठा दावा, सच्चाई आई सामने

Rahul Gandhi

नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी एक बार फिर विवादों में घिर गए है। राहुल गांधी का एक दावा फर्जी निकला है। दरअसल उन्होंने एक ट्वीट कर दावा किया था है कि भारतीय रेलवे की 151 ट्रेनों, रेलवे संपत्ति, स्टेशनों और अस्पतालों का निजीकरण कर दिया गया है। लेकिन राहुल गांधी के इस झूठा का पर्दाफाश हो गया है। पीईआईबी फैक्ट में उनका ये दावा फर्जी निकाला। बता दें कि राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे है। भारत जोड़ो यात्रा के बीच बीते दिन राहुल गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से रेलवे निजीकरण को लेकर ये दावा किया था। मगर कुछ घंटे के बाद ही पीआईबी ने उनके दावा को फर्जी करारा दिया। साथ ही ये भी बताया कि रेलवे या फिर किसी भी संपत्ति का निजीकरण नहीं किया जा रहा है।

बता दें कि राहुल गांधी हमेशा मोदी सरकार को घेरने के लिए ट्वीट करते रहते है। इसी क्रमी में शनिवार को कांग्रेस नेता ने अपने ट्विटर हैंडल पर वीडियो साझा किया था। जिसमें राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए लिखा था, ”12 लाख लोगों को रोज़गार, 2.5 करोड़ देशवासियों की रोज़ सेवा – देश को जोड़ती है भारतीय रेल। प्रधानमंत्री जी, रेलवे देश की सम्पत्ति है, इसे निजीकरण नहीं, सशक्तिकरण की ज़रूरत है। बेचो मत!”

फैक्ट चेक में राहुल गांधी का दावा निकाला ‘फर्जी’  

वहीं जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस दावा पर पीआईबी ने फैक्ट किया गया। तो उनका ये दावा एकदम बेबुनियाद साबित हुआ। सरकारी संस्था पीआईबी ने अपने ट्विटर हैंडल से राहुल गांधी के दावे की सच्चाई बताई। पीआईबी ने ट्वीट कर लिखा, एक ट्वीट में फर्जी दावा किया जा रहा है कि भारतीय रेलवे की 151 ट्रेनों, रेलवे संपत्ति, स्टेशनों और अस्पतालों का निजीकरण कर दिया गया है। ये दावे पूर्णतः फर्जी एवं तथ्यहीन हैं। भारतीय रेलवे अपनी किसी संपत्ति का निजीकरण नहीं कर रहा है।

वहीं राहुल गांधी के झूठा का पर्दाफाश होने के बाद भाजपा कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए राहुल गांधी पर हमला बोला है।

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