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Congress: PM मोदी की तारीफ गुलाम नबी को पड़ा भारी, कांग्रेस के लोगों ने फूंका उनका पुतला

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो चुका है। लेकिन इन सबके बीच देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में लगातार घमासान देखने को मिल रहा है। पार्टी के दिग्गज आपस में ही भिड़ते नजर आ रहे है। बंगाल में गठबंधन को लेकर पार्टी नेताओं में रार देखने को मिल रहा है। एक तरफ जहां कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और जितिन प्रसाद ने पश्चिम बंगाल में  इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के साथ वाम-कांग्रेस गठबंधन पर सवाल उठाने के लिए पार्टी नेता आनंद शर्मा पर निशाना साधा। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस में बगावती तेवर दिखाने वाले नेताओं के खिलाफ अब आवाज तेज होने लगी है। दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लगातार तारीफ करना कांग्रेसियों को रास नहीं आ रहा है। जिसके बाद अब गुलाम नबी आजाद अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं के निशाने पर आ गए हैं।

मंगलवार को गुलाम नबी आजाद के खिलाफ उनके गृहनगर जम्मू में पहली आवाज उठी और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारे लगाए। इतना ही नहीं, बल्कि आजाद से नाराज कार्यकर्ताओं ने उनका पुतला भी जलाया। प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से गुलाम नबी आजाद को पार्टी से बाहर निकालने की भी मांग की।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के लिए उनकी प्रशंसा कांग्रेस पार्टी की मदद नहीं कर रही है। विरोध कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि कांग्रेस ने आजाद को सबसे अच्छे पद दिए हैं, लेकिन जब पार्टी को पुनर्जीवित करने में मदद करने की उनकी बारी थी, तो उन्होंने भाजपा लाइन लेना शुरू कर दिया है। पार्टी नेता  ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के अधिकार और इसके राज्य का दर्जा छीनने वाले नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करके वह कांग्रेस पार्टी को कमजोर कर रहे हैं। हम मांग करते हैं कि सोनिया गांधी उन्हें बर्खास्त करें।

गौरतलब है कि रविवार को एक रैली को संबोधित करते हुए गुलाम नबी आजाद ने खुलकर प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सच्चाई की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि, ‘बहुत से लीडरों की बहुत सी बातें अच्छी लगती हैं। मैं खुद गांव का हूं और बहुत फक्र होता है। हमारे पीएम मोदी भी कहते हैं गांव से हैं, कहते हैं कि बर्तन मांजता था, चाय बेचता था, निजी तौर पर हम उनके खिलाफ हैं, लेकिन जो अपनी असलियत नहीं छिपाते, यदि आपने अपनी असलियत छिपाई तो आप मशीनरी दुनिया में जी रहे होते हैं।’

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