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Hathras Case: विदेशी फंडिंग मिलते ही शुरू हो गई यूपी में जातीय दंगा भड़काने की साजिशः योगी आदित्यनाथ

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नई दिल्ली। यूपी में हाथरस की घटना के बाद जिस तरह से सियासी संग्राम शुरू हुआ। राजनीतिक दलों ने जिस तरह से इस पूरे मामले का राजनीतिकरण किया और जिस तरह से इस मामले में ऑडियो और वीडियो वायरल हुआ उससे साफ पता चल गया कि प्रदेश में कुछ खास राजनीतिक सोच वाले लोग जातीय दंगा भड़काकर सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रहे थे। यह साजिय़ कामयाब भी हो जाती अगर सरकार और प्रशासन ने समय रहते इसको लेकर उचित कदम नहीं उठाया होता तो। कई खुफिया इनपुट और जिस तरह से इस पूरे मामले पर एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं वह तो इसी तरफ इशारा कर रहे हैं। ऐसे में हाथरस की घटना पर सियासी बवाल के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विपक्ष पर हमला करना जारी है। सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम ने एक बार फिर विपक्ष पर प्रदेश में जातीय दंगा कराने की साजिश रचने का आरोप लगाया। यूपी सीएम ने कहा कि इसमें विदेशी फंडिंग भी शामिल है, जिसका खुलासा हुआ है।

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाज विरोधी और राष्ट्र विरोधी लोगों को दंगाग्रस्त यूपी चाहिए था, उनकी कोशिशें सफल नहीं हो रही हैं इसलिए हर कोई षडयंत्र रच रहा है। बीजेपी सरकार में सबको सुरक्षा और सबको सम्मान दिया जाएगा।


इसके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास हर द्वार तक पहुचाएंगे, लेकिन अराजकता की छूट किसी को नहीं मिलेगी और जो भी ऐसा करेगा उसपर कड़ा एक्शन लिया जाएगा।

इस मौके पर बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे लिए देश सर्वोपरि है, लेकिन विरोधी षडयंत्र रचने में जुटे हैं। उत्तर प्रदेश में विदेशी फंडिंग के माध्यम से जातीय दंगों की साजिश रची गई थी। एक हफ्ते में यही हो रहा है और माहौल बिगाड़ा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान पार्टी ने वर्चुअल तरीके से कार्यकर्ताओं से बात की और पार्टी के काम को आगे बढ़ाया गया। सरकार की ओर से लोगों को रोजगार देने का काम किया जा रहा है, लेकिन कुछ लोगों को ये पसंद नहीं है। इससे पहले सोमवार को ही यूपी सरकार की ओर से दावा किया गया था कि हाथरस की घटना की आड़ में प्रदेश में जातीय दंगा भड़काने की साजिश रची जा रही थी। इसमें सरकार ने एक वेबसाइट से कुछ कंटेंट बरामद किया है, जबकि अब कई वेबसाइट बंद भी हो चुकी हैं।

 हाथरस कांड के बहाने UP को दंगों की आग में झोंकने की थी अंतरराष्ट्रीय साजिश, भंड़ाफोड़ के बाद योगी सरकार का ये बड़ा कदम

एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस केस (Hathras Case) को लेकर विपक्ष लगातार राजनीति करने में जुटी हई है। वहीं दूसरी ओर इस मामले को लेकर एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे है। इसी कड़ी में हाथरस केस में इंटेलिजेंस एजेंसियों ने बड़ा खुलासा किया है। एजेंसियों के हाथ जो सबूत लगे हैं उसके मुताबिक इस केस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की छवि को खराब करने के लिए साजिश रची गई थी। साथ ही एजेंसियों को यह भी सबूत मिले है कि एमनेस्टी इंटरनेशनल और इस्लामिक देश इसके लिए फंडिंग कर रहे थे।

इन सबके बीच हाथरस केस पर योगी सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। यूपी में दंगों की अंतरराष्ट्रीय साजिश के खुलासे के बाद अब यूपी पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। हाथरस के चन्दपा थाने में दंगों की साजिश करके प्रदेश में जातीय और सांप्रदायिक हिंसा भड़काने, अराजकता फैलाने, दंगों के बहाने यूपी सरकार को बदनाम करने, अफवाहें फैलाने, पीड़ित के परिवार को गुमराह कर सरकार के खिलाफ भड़काने, फर्जी तस्वीरों, फर्जी सूचनाओं, फोटोशाप्ड तस्वीरों की मदद से नफरत फैलाने के आरोपों में FIR दर्ज हुई है।

इसके अलावा सोशल मीडिया पर झूठे, आपत्तिजनक, संवेदनहीन और बेहद भड़काऊ पोस्ट डाल कर लोगों में जातीय नफरत पैदा करने, गलत व अप्रमाणिक सूचनाएं सार्वजनिक कर यूपी को दंगों की आग में झोंकने के प्रयास का भी मामला दर्ज हुआ है।

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