नई दिल्ली। शिरडी के साईं बाबा के जन्मस्थान को लेकर महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार के एक ऐलान की वजह से विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल महाराष्ट्र सरकार ने परभणी के समीप स्थित पाथरी गांव को साईं की जन्मस्थली बताया है। जिसे लेकर शिरडी के लोगों में काफी गुस्सा है। इतना ही नहीं सरकार ने पाथरी के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये जारी करने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ठाकरे के इस एलान के बाद कथित तौर पर साईं बाबा की जन्मस्थली पाथरी के लोग जहां खुशी से झूम उठे और जश्न मनाने लगे। वहीं उनकी कर्मस्थली अहमदनगर जिले के शिरडी के लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
शिरडी निवासियों का कहना है कि पाथरी जन्म स्थल नहीं है। साईं बाबा के जन्म स्थल के बारे में कोई सबूत सामने नहीं आया। सरकार पाथरी का विकास भले करे लेकिन जन्मस्थान के बारे में भ्रम ना फैलाए। उन्होंने 19 जनवरी से शिरडी में बेमियादी बंद का ऐलान किया है। बताया जा रहा है कि हाल के साल में यह पहला मौका होगा जब शिरडी में बंद होगा।
उद्धव ठाकरे के बयान के बाद बढ़ा विवाद
गौरतलब है कि पिछले दिनों महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने औरंगाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि परभणी जिले के नजदीक पाथरी गांव में जहां पर साई बाबा का जन्म हुआ था, वहां 100 करोड़ रुपये के विकास का काम किया जाएगा और पाथरी गांव में इस परियोजना को अमल में लाया जाएगा।