नई दिल्ली। दिल्ली में आज से कोरोना वायरस के फैलाव का पता लगाने के लिए सीरोलॉजिकल सर्वे की शुरुआत होगी। शुक्रवार को गृह मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि 20 हजार लोगों में एंटीबॉडी की जांच की जाएगी। बता दें कि सिर्फ आधे घंटे में खून की जांच के आधार पर यह पता चल जाएगा कि व्यक्ति में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी है या नहीं।
इसका मतलब ये है कि अगर एक व्यक्ति कोरोना संक्रमण की चपेट में आता है और उसमें किसी भी प्रकार का लक्षण नहीं होता, तो पांच से सात दिन में उसके शरीर में एंटीबॉडी बनना शुरू हो जाती हैं। इन्हीं एंटीबॉडी की जांच करके यह पता लगाया जा सकता है कि उक्त व्यक्ति को कोरोना हुआ था या नहीं। ऐसा होने से यह भी साबित हो जाएगा कि दिल्ली में कौन-कौन से ऐसे इलाके और कितनी आबादी ऐसी है जहां लोगों को संक्रमण हुआ और वह ठीक भी हो गए। बता दें कि आरोग्य सेतु और इतिहास मोबाइल एप की मदद लेते हुए टीमें सर्वे करेंगी।
जानकारी के लिए बता दें कि पिछले दिनों अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ बैठक में दिल्ली में सीरोलॉजिकल सर्वे पर चर्चा की गई थी। मंत्रालय के अनुसार, सर्वेक्षण 27 जून से शुरू होगा। इस बाबत सभी संबंधित सर्वेक्षण टीमों का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है। यह सर्वे एनसीडीसी और दिल्ली सरकार संयुक्त रूप से करेंगे।
वहीं दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक का कहना है कि 21 जून की बैठक में गृह मंत्रालय ने दिल्ली के हर घर की स्क्रीनिंग और सर्वे के मास्टर प्लान का प्रस्ताव दिया था। सर्वे प्लान के लिए केंद्र ने भरोसा दिया था कि मास्टर प्लान में गृह मंत्रालय के पास दस दिन की रणनीति है, लेकिन दिल्ली सरकार पिछले एक हफ्ते से प्लान के विस्तृत दिशा-निर्देशों का इंतजार कर रही है। सूत्रों का यहां तक कहना है कि इस तरह के महत्वपूर्ण अभियान के लिए तुरंत दिशा-निर्देश और संसाधन मिलना बेहद जरूरी हैं।