News Room Post

भारत में मार्च 2021 तक बन जाएगा कोरोना वैक्सीन स्टोरेज प्लांट, इस कंपनी को सौंपा जिम्मा

देश में एक तरफ कोरोना वायरस की वैक्सीन (Corona Vaccine) बनाने का काम जारी है। वहीं अब इसके स्टोरेज (Vaccine Storage) को लेकर भी तैयारियां शुरु कर दी गई है। दरअसल, लक्जमबर्ग की बी मेडिकल सिस्टम (B Medical System) कंपनी भारत में साल 2021 के मार्च तक कोरोना वैक्सीन स्टोरेज प्लांट (Vaccine Storage Plant) बना लेगी।

corona vaccine

नई दिल्ली। देश में एक तरफ कोरोना वायरस की वैक्सीन (Corona Vaccine) बनाने का काम जारी है। वहीं अब इसके स्टोरेज (Vaccine Storage) को लेकर भी तैयारियां शुरु कर दी गई है। दरअसल, लक्जमबर्ग की बी मेडिकल सिस्टम (B Medical System) कंपनी भारत में साल 2021 के मार्च तक कोरोना वैक्सीन स्टोरेज प्लांट (Vaccine Storage Plant) बना लेगी। स्टोरेज प्लांट का यह अहम कार्य गुजरात में शुरू भी हो गया है। ये जानकारी कंपनी के सीईओ एल प्रोवोस्ट (CEO L Provost) ने मंगलवार को दी। उनका कहना है कि वो भारत में अगले साल मार्च तक कोरोना वायरस की वैक्सीन के लिए कोल्ड स्टोरेज केंद्रों की सुविधा स्थापित कर लेंगे।

लक्जमबर्ग की इस कंपनी को सौंपा गया काम

भारत में कोरोना वैक्सीन की स्टोरेज के लिए तैयारी करना का काम बी मेडिकल सिस्टम कंपनी को सौंपा गया है। ये लक्जमबर्ग की कंपनी है। जो भारत में कोल्ड चेन फैसिलिटी का निर्माण करेगी। ये कंपनी अगले साल मार्च के महीने तक भारत में वैक्सीन के लिए कोल्ड स्टोरेज चेन की सुविधा से जुड़ा तंत्र तैयार कर देगी।

कंपनी के सीईओ ने दिया बयान

भारत दौरे पर आये हुए कंपनी के सीईओ एल प्रोवोस्ट ने बताया कि अगले साढ़े तीन माह में भारत के गुजरात प्रांत में कोरोना वैक्सीन के भंडारण का संयत्र तैयार हो जाएगा।

कंपनी के डिप्टी सीईओ ने दिया बयान

वहीं, बी मेडिकल सिस्टम्स के डिप्टी सीईओ जे दोशी ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हम भारत में निर्माण करेंगे और हमारा लक्ष्य मार्च 2021 तक एक विनिर्माण इकाई शुरू करना है। तेलंगाना और महाराष्ट्र राज्य हमारे साथ संपर्क में हैं।

बता दें कि मोदी सरकार वैक्सीन को लेकर गंभीर है। लगातार उसपर नजर भी रख रही है। ऐसे में सरकार की गंभीरता इसी बात से समझी जा सकती है कि वैक्सीन के स्टोरेज, उसके भंडारण हेतु आवश्यक कोल्ड चेन, इत्यादि कोरोना वैक्सीन से संबंधित हर छोटी-बड़ी चीज पर सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय की नजर है। सारा कार्य प्रधानमंत्री कार्यालय की निगरानी में चल रहा है।

Exit mobile version