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Coronavirus: कोरोनावायरस को लेकर की गई स्टडी ने बढ़ाई चिंता, फिर बढ़ सकता है संक्रमण का खतरा

Coronavirus

नई दिल्ली। देश में लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस के मामले थम नहीं रहे हैं। हालांकि देश ने कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पा लिया गया है। लेकिन इसका असर अब भी जारी है। जिसका नतीजा है कि अब भी देश में रोजोना हजारों लोग इस संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। वहीं लोगों की दिनोंदिन बढ़ती लापरवाही देखते हुए सरकार ने भी जल्द ही कोरोनावायरस की तीसरी लहर आने के संकेत दे दिए हैं। इस मामले में गणितीय स्टडी की गई है। जिसके मुताबिक देश से कोरोना की दूसरी लहर लगभग चली गई है। लेकिन रिप्रोडक्टिव नंबर या आर नंबर में अप्रैल के बाद से पहली बार बढ़त दर्ज की गई है। आर नंबर यह बताने वाला एक तरह का संकेत है कि आखिर कितनी तेजी से कोविड 19 महामारी फैलती है। इसके साथ ही देश में पिछले कुछ दिनों से एक्टिव कोरोना केस की संख्या में आई गिरावट अब धीमी हो गई है।

तेजी से बढ़ रहे मामले

स्टडी के अनुसार कहा जा सकता है कि आर नंबर इस बात की गणना करता है कि कोरोना से पहले ही संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से कितने लोग इसकी चपेट में आए हैं। यह आर नंबर जून के आखिरी हफ्ते तक घट रहा था। लेकिन 20 जून से 7 जुलाई के बीच के समय में इस आंकड़े में तेजी दर्ज की गई।

शोध में सामने आया

चेन्नई के इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमेटिकल साइंसेज की ओर से किए गए शोध में सामने आया है, कि 20 जून से 7 जुलाई के बीच पूरे देश की आर वैल्यू 0.88 थी। यह आर वैल्यू‍ 15 मई से 26 जून के बीच 0.78 थी। जिसका मतलब यह हुआ कि हर 100 संक्रमित लोगों का समूह अब औसतन 88 लोगों को संक्रमित कर रहा है।

बढ़ सकता है खतरा

बता दें कि फिलहाल आर वैल्यू 1 के नीचे है। लेकिन यह बेहद तेजी से बदल सकती है। अगर आर वैल्यूी 1 से अधिक होती है, तो माना जाता है कि संक्रमित व्यक्ति से एक से अधिक लोग संक्रमित हो रहे हैं। यही कोरोना केस बढ़ने का कारण भी हो सकता है।

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