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रिसर्च : सार्वजनिक शौचालय से भी फैल सकता कोरोना वायरस, ऐसे करें बचाव

नई दिल्ली। कोरोनावायरस दुनियाभर में परेशानी का सबब बना हुआ है। इसके वैक्सीन को लेकर खोज जारी है, माना जा रहा है साल के अंत तक कोरोना की वैक्सीन लोगों के लिए उपलब्ध होगी। फिलहाल कोरोना को लेकर एक ताजा रिसर्च में खुलासा हुआ है कि सार्वजनिक शौचालय से भी कोरोना वायरस फैल सकता है। ऐसे में इसका उपयोग बहुत सोच-समझ कर और सावधानी के साथ करना होगा।

फिजिक्स ऑफ फ्लूइड्स में प्रकाशित ताजा शोध के मुताबिक, सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल करने के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा अधिक है। इसलिए इनका उपयोग करते समय (खासकर फ्लश करते समय) मास्क जरूर पहनकर रखें और फ्लश का बटन दबाने के बाद तुरंत शौचालय से बाहर निकल जाएं।

शोध के मुताबिक, अगर कोई सार्वजनिक शौचालय में अगर पहले से ही कोई संक्रमित व्यक्ति शौचालय का इस्तेमाल कर चुका हो तो फ्लश करने के बाद भी उसमें वायरस के होने की आशंका बनी रहती है। शोध में बताया गया है कि फ्लश के साथ तेज पानी की धार से जो क्लाउड बनती है, वो छह सेकेंड में दो फीट तक ऊंची उठ सकती है और इसमें कोई दोराय नहीं है कि उस क्लाउड में वायरस के कण भी होते हैं। जांच में भी ऐसा पाया गया है। ऐसे में अगर कोई स्वस्थ व्यक्ति शौचालय में जाता है तो फ्लश के दौरान बननेवाले ये क्लाउड्स उसे संक्रमित कर सकते हैं।

इसके अलावा शोधकर्ताओं के मुताबिक, मल त्याग और पेशाब दोनों के माध्यम से कोरोना वायरस फैल सकता है। हालांकि मल त्याग के बाद फ्लश करने के मुकाबले पेशाब करने के बाद फ्लश करने पर उठनेवाले क्लाउड्स की रफ्तार अधिक होती है। ऐसे में सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल करते समय बेहद ही सावधानी बरतने की जरूरत है।

बेहतर है कि सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल करते समय मास्क जरूर पहनकर रहें। इसके अलावा शौचालय का इस्तेमाल करने के बाद अपने हाथों को साबुन से धोएं या फिर सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। इसके बाद सबसे जरूरी है कि आप घर पहुंचते ही कपड़े धुलने के लिए रख दें और तुरंत साबुन लगाकर नहा लें और हां, बालों में शैंपू करना न भूलें, क्योंकि बाल भी कभी-कभी कोरोना वायरस के वाहक का काम कर सकते हैं।

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