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Covid 19: फिर बढ़ने लगा कोरोना वायरस का ग्राफ, एक हफ्ते के भीतर पॉजिटिविटी रेट में आई इतनी उछाल

Nurses Corona

नई दिल्ली। केरल और सात अन्य के अलावा देशभर में कोरोना के मरीज भले ही कम मिल रहे हों, लेकिन आंकड़े कुछ और कह रहे हैं। कुछ और कह ही नहीं रहे, ये आंकड़े चिंता भी बढ़ा रहे हैं। क्योंकि पिछले एक हफ्ते में पॉजिटिविटी रेट में ठीक उसी तरह से उछाल आया है, जिस तरह इस साल फरवरी में दूसरी लहर शुरू होने पर आया था।

कोरोना से हो रही मौतों की संख्या भी चिंता बढ़ा रही है। अब भी कोरोना से हर दिन करीब 500 लोगों की जान जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय का डेटा देखें तो सोमवार को पॉजिटिविटी रेट 3.4 फीसदी हो गई थी। जबकि, एक हफ्ते पहले ये दर 1.68 फीसदी ही थी। होना ये चाहिए था कि पॉजिटिविटी रेट घटती, लेकिन ये बढ़ रही है। कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत में भी ऐसा ही देखा गया था।

एक हफ्ते के पॉजिटिविटी रेट पर नजर दौड़ाएं, तो 20 जुलाई को 1.68 फीसदी, 21 जुलाई को 2.27 फीसदी, 22 जुलाई को 2.4 फीसदी, 23 जुलाई को 2.12 फीसदी, 24 जुलाई को 2.4 फीसदी, 25 जुलाई को 2.31 फीसदी और 26 जुलाई को उछाल मारकर ये 3.4 फीसदी पर पहुंच गई। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पॉजिटिविटी रेट 18 से 20 तक भी पहुंची थी। जबकि, 20 जुलाई को महज 1.5 फीसदी ही थी। देश के आठ राज्य ऐसे हैं, जहां ये रेट 5 से 15 फीसदी के बीच है।

सबसे विकट स्थिति केरल की है। बकरीद पर यहां सरकार ने बाजार खोलने का फैसला किया था। नतीजा यह है कि हर रोज करीब 18 हजार नए मरीज आ रहे हैं। मौतें भी हर रोज 50 का आंकड़ा पार कर रही हैं। देश में सबसे ज्यादा एक्टिव मरीज केरल में ही हैं। यहां एक्टिव मरीजों की संख्या एक लाख से ज्यादा है।

वहीं, मोदी सरकार ने बाजारों और पर्यटन स्थलों में भीड़भाड़ की वजह से भी कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जता रखी है। सभी राज्य सरकारों को भीड़भाड़ रोकने के लिए कहा गया है, लेकिन आम लोगों के सहयोग के बगैर राज्यों को ऐसा करने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।

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