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पुलवामा में हमले से पहले सुरक्षा बलों को मिले थे खुफिया इनपुट, जानिए कैसे हुई साजिश नाकाम

श्रीनगर। एक तरफ पूरा देश कोरोनावायरस से युद्ध लड़ रहा है तो दूसरी तरफ जम्मू-कश्मीर में आतंकी सुरक्षाबलों पर एक के बाद एक हमलों की साजिश रच रहे हैं। इस बीच जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों ने एक बहुत बड़ी साजिश नाकाम की है। 50 किलो वाले इस बारूदी प्लान पर बहुत बड़ी खबर आ रही है। आतंकियों के टारगेट पर सीआरपीएफ के 400 जवान थे। आतंकी आईईडी के जरिए सीआरपीएफ की 20 गाड़ियों को निशाना बनाने वाले थे।

सीआरपीएफ की गाड़ियों का ये काफिला आज सुबह श्रीनगर से जम्मू के लिए जाने वाला था। सुबह 7 बजे श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम से ये कन्वॉय जम्मू के लिए रवाना होने वाला था।

सुरक्षा बलों को पिछले कुछ दिनों से हमले के खुफिया इनपुट मिल रहे थे जिसके बाद जबरदस्त सर्च ऑपरेशन चल रहा था। नाकेबंदी के दौरान 50 किलो आईईडी से लदी कार ट्रेस हुई। 14 महीने पहले सीआरपीएफ की बस को उड़ाने के लिए 20 किलो की आईईडी का इस्तेमाल हुआ था, इस बार 50 किलो आईईडी आई थी। इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि साजिश कितनी बड़ी थी।

सबसे बड़ी बात ये है कि आज सीआरपीएफ के काफिले में जवानों के साथ बड़े अफसर भी जम्मू जाने वाले थे। सुरक्षाबलों की मुस्तैदी की वजह से ये हमला टल गया। रात को गाड़ी ट्रेस हुई और रात में ही पूरा इलाका खाली कराया गया। सुबह 6 बजे कंट्रोल ब्लास्ट हुआ। सिर्फ 90 मिनट में मलबा समेट लिया गया और रास्ता क्लीयर कर दिया गया।

कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार के मुताबिक, इस साजिश में जैश का पाकिस्तानी कमांडर फौजी भाई शामिल है। उसकी उम्र करीब 45 साल बताई जाती है। आदिल नाम का कोई आतंकी भी इसमें शामिल था जो हिजबुल और जैश दोनों के लिए काम करता है। आदिल डार नाम का ही शख्स पुलवामा आतंकी हमले में शामिल था

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