News Room Post

Maharashtra: दही हांडी पर शिंदे सरकार का बड़ा फैसला, दिया खेल का दर्जा, गोविंदाओं को लेकर भी किया ये ऐलान

eknath shinde

नई दिल्ली। दही हांडी को लेकर महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने आज बड़ा फैसला लिया है। राज्य में अब खेल श्रेणी के तहत ‘दही-हांडी’ को मान्यता दी जाएगी। इसका ऐलान खुद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने किया है। यानि की अब राज्य में दही-हांडी को एक एडवेंचर स्पोर्ट्स के तौर पर पहचान मिलेगी। इतना ही नहीं दही-हांडी में शामिल होने वाले गोविंदा अब सरकार योजनाओं का लाभ भी उठा सकेंगे और साथ ही गोविंदाओं को सरकारी नौकरी में 5 फीसदी का आरक्षण भी मिलेगा। इसके अलावा उन्हें बीमा कवर भी दिया जाएगा। सीएम शिंदे ने विधानसभा में इसकी घोषणा की। उन्होंने ये भी जानकारी दी है कि जल्द प्रो कबड्डी नियमों के आधार पर सूबे में दही हांडी प्रतियोगिता भी शुरू की जाएगी। इससे पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दही हांडी को लेकर बड़ा फैसला लेते हुए सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की  थी।

एकनाथ शिंदे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, हम सभी ‘गोविंदा’ के लिए 10 लाख रुपये का बीमा कवर प्रदान करेंगे। साथ ही प्रशासन ने फैसला किया है कि चूकि कल ही यह उत्सव है तो अभी बीमा प्रक्रिया तुरंत नहीं हो सकती जिसके लिए किसी तरह की दुर्घटना घटी तो मृतक को 10 लाख, गंभीर रूप से घायलों को साढ़े सात लाख और जो घायल होंगे उन्हें 5 लाख रूपए देने का निर्णय लिया गया है।

क्या होता है दही हांडी?

दही हांडी हिन्दू धर्म में मनाया जाने वाला एक बहुत ही अनोखा और मजेदार उत्सव है, जो भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है। इसमें एक खूबसूरत सी मटकी में दही भरकर रस्सियों की सहायता से काफी हाईट पर बांध दिया जाता है, जिसे युवा एक के ऊपर एक चढ़कर आपस में एक पिरामिड बनाते हैं। इस पिरामिड पर चढ़कर एक युवा उस दही हांडी को फोड़ता है।

Exit mobile version