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Bharat Jodo Nyay Yatra: भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर कांग्रेस-बीजेपी के बीच तेज हुई बहस, अब अजय माकन ने कर दी ऐसी मांग

Bharat Jodo Nyay Yatra: आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व सियासी माहौल को अपने पक्ष में करने के मकसद से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकालने का ऐलान किया है, जिसकी शुरुआत उन्होंने मणिपुर से की है।

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत की है । अब यह यात्रा बीजेपी शासित राज्य असम पहुंच चुकी है, जिसे लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच विवाद अपने चरम पर पहुंच चुका है। दरअसल, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के रूटो पर रोक लगा दी है, जिसकी वजह से अब कांग्रेस-बीजेपी आमने सामने आ चुकी है। वहीं, अब राहुल भी इस बात पर अड़ चुके हैं कि हम यात्रा अपनी निर्धारित रूटों से ही निकालेंगे। उधर, सीएम हिमंता स्पष्ट कर चुके हैं कि अगर राहुल हमारे द्वारा निर्देश दिए गए निर्देशों की अवहेलना करेंगे, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है। हिमंता के इस बयान के बाद कांग्रेस के कोषाध्य़क्ष अजय माकन की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है। आइए, आगे कि रिपोर्ट में हम आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है?

क्या बोले अजय माकन ?

दरअसल, अजय माकन ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि, ‘जिसको जो मन में आए, कर लें, लेकिन हम भारत जोड़ो न्याय यात्रा का रूट नहीं बदलेंगे। बता दें कि माकन ने यह बयान ऐसे वक्त में दिया है, जब राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। इस यात्रा की शुरुआत हिंसाग्रस्त राज्य मणिपुर से हुई थी, जिसके बाद यह नागालैंड में पहुंची। वहीं, वर्तमान में यह यात्रा बीजेपी शासित राज्य असम में है।

 

क्या है भारत जोड़ो न्याय यात्रा

आपको बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व सियासी माहौल को अपने पक्ष में करने के मकसद से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकालने का ऐलान किया है, जिसकी शुरुआत उन्होंने मणिपुर से की है। इससे पहले उन्होंने भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली थी, लेकिन इसके भी कुछ खास परिणाम देखने को नहीं मिले। बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद हुए पांच राज्यों के चुनावों में कांग्रेस को देश के तीन बड़े हिंदी सूबों में हार का मुंह देखना पड़ा था, जिसके बाद इस यात्रा की प्रासंगिकता और उपयोगिता को लेकर सवाल भी उठे थे। बहरहाल, अब जब कुछ माह बाद लोकसभा के चुनाव होने जा रहे हैं, तो क्या ऐसी स्थिति में भारत जोड़ो न्याय यात्रा कांग्रेस के लिए लाभकारी साबित होगी। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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