नई दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली हिंसा में जहां एक तरफ दिल्ली हेड कॉस्टेबल रतनलाल शहीद हुए वहीं दूसरी तरफ उपद्रवियों ने एक आईबी के कॉन्स्टेबल की हत्या कर शव को नाले में फेंक दिया। जिसके बाद शव को चांद बाग पुलिया पर नाले से निकाला गया है। बताया जा रहा है कि मृतक अंकित शर्मा खजूरी में रहते थे।
बताया जा रहा है कि आईबी के कॉन्स्टेबल मंगलवार शाम को ड्यूटी से घर लौट रहे थे और तभी चांद बाग पुलिया पर कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया। जिसके बाद उनकी पीट पीट कर हत्या कर दी। इसके बाद शव को नाले में फेंक दिया।
बता दें, अंकित के पिता रविंदर शर्मा भी आइबी में हेड कांस्टेबल हैं। उन्होंने एक आप नेता के समर्थकों पर हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पिटाई के साथ अंकित को गोली भी मारी गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जीटीबी अस्पताल भेज दिया है।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर यमुनापार में भड़की हिंसा के तीसरे दिन मंगलवार को पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए। वहीं 10 थाना क्षेत्रों में धारा-144 का कोई असर नहीं होने पर मंगलवार देर शाम चार सबसे ज्यादा संवेदनशील इलाकों मौजपुर, जाफराबाद, करावल नगर और बाबरपुर में कर्फ्यू लगा दिया गया।
हिंसा में अब तक 20 लोगों की मौत
उपद्रवियों ने मंगलवार को भी जमकर उत्पात मचाया। हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब तक 20 हो चुकी है। मंगलवार को करीब 86 लोग जख्मी हो गए। इस तरह अब तक 186 लोग जख्मी हो चुके हैं, जिनमें दो आइपीएस अफसर सहित 56 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। जीटीबी अस्पताल सहित कई सरकारी व निजी अस्पतालों में घायलों का इलाज चल रहा है। शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा की हालत खतरे से बाहर है।