नई दिल्ली। एकनाथ शिंदे द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से अपनी दावेदारी वापस लेने के बाद अब बीजेपी नेता और भावी सीएम माने जा रहे देवेंद्र फडणवीस की प्रतिक्रिया सामने आई है। फडणवीस ने कहा कि महायुति में कभी भी कोई मतभेद नहीं रहा। चुनाव से पहले भी हमने कहा था कि हम सीएम के फेस पर चुनाव के बाद एक साथ बैठकर निर्णय लेंगे। एकनाथ शिंदे जी ने आज उन सभी संदेहों को दूर कर दिया है जो कुछ लोगों के बीच थे। जल्द ही हमारे पार्टी नेताओं के साथ बैठकर हम इस पर उचित निर्णय लेंगे।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>VIDEO | "There is no difference of opinion among Mahayuti partners. Even before the elections, we had said that we will make a decision (over the CM) together. Today, Eknath Shinde ji has cleared all doubts that were there among some people. We will soon sit together and make a… <a href=”https://t.co/KZM6VFOiNE”>pic.twitter.com/KZM6VFOiNE</a></p>— Press Trust of India (@PTI_News) <a href=”https://twitter.com/PTI_News/status/1861764741406019932?ref_src=twsrc%5Etfw”>November 27, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
महाराष्ट्र में चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद से महायुति के सीएम फेस को लेकर असमंजस बना हुआ था। हालांकि नतीजों को देखते हुए ये कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार सीएम बीजेपी का होगा और एक बार फिर से देवेंद्र फडणवीस की ताजपोशी तय मानी जा रही थी। मगर दूसरी तरफ ऐसी खबरें भी आ रही थीं कि एकनाथ शिंदे सीएम पद से समझौता करने के मूड में नहीं हैं। जबकि बीजेपी उनको डिप्टी सीएम का पद देना चाहती है। उधर, एनसीपी के अजित पवार पहले ही बीजेपी के सीएम को समर्थन देने की बात कह चुके हैं। इन सबके बीच आज शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने प्रेस कांफ्रेंस करके सभी शंकाओं पर विराम लगा दिया। शिंदे ने कहा कि हमें बीजेपी का सीएम मंजूर है। पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जो भी लेना करेंगे वो स्वीकार्य होगा।
शिंदे ने कहा कि हमें चट्टान की तरह खड़े नहीं रहना चाहिए, क्योंकि अगर आपको राज्य को आगे ले जाना है तो आपको केंद्र सरकार के पास जाना होगा। आपको अपना प्रस्ताव देना होगा और इसीलिए, पिछले ढाई साल में, हमें केंद्र सरकार से लाखों करोड़ रुपये मिले हैं। कल, मैंने पीएम मोदी और अमित शाह को फोन किया और उनसे कहा कि आप मेरी चिंता न करें, आप जो निर्णय लेना चाहते हैं, ले लें और मैं इसे स्वीकार करूंगा।