नई दिल्ली। साइबर क्राइम करने वालों पर मोदी सरकार के दूरसंचार विभाग ने फिर सर्जिकल स्ट्राइक की है। दूरसंचार विभाग ने साइबर क्राइम पर नकेल कसने के लिए करीब 27 लाख मोबाइल फोन ब्लॉक किए हैं। बीते 15 महीने में ये कार्रवाई की गई है। इसके अलावा दूरसंचार विभाग ने साइबर क्राइम में इस्तेमाल किए गए करोड़ों सिम कार्ड भी ब्लॉक किए हैं। पहले भी दूरसंचार विभाग मोबाइल और सिम ब्लॉक कर साइबर क्राइम करने वालों को झटका दे चुका है।
जानकारी के मुताबिक दूरसंचार विभाग ने ‘संचार साथी’ वेबसाइट पर यूजर्स से मिली साइबर क्राइम की शिकायतों पर ये कार्रवाई की है। लोगों ने शिकायत में बताया था कि किन मोबाइल नंबर से उनको वाट्सएप, फोन कॉल और एसएमएस के जरिए फर्जी लिंक भेजकर फ्रॉड किया गया। उन नंबरों के आधार पर दूरसंचार विभाग ने संबंधित मोबाइल के आईएमईआई नंबर ट्रैक किए और फिर सिम कार्ड के साथ ही उन मोबाइल फोन को भी ब्लॉक कर दिया। आईएमईआई नंबर को ही ब्लॉक करने से साइबर क्राइम करने वालों के मोबाइल फोन किसी काम के नहीं रहे हैं। दूरसंचार विभाग ने अब संचार साथी का एप भी लॉन्च किया है। ताकि लोग खुद से हुए साइबर क्राइम की तत्काल शिकायत कर सकें और उस पर सरकारी तंत्र एक्शन ले।
दूरसंचार विभाग के मुताबिक सबसे ज्यादा 2 लाख मोबाइल फोन पूर्वी यूपी में ब्लॉक किए गए हैं। पश्चिमी यूपी में साइबर क्राइम करने वालों के 1.44 लाख मोबाइल फोन को ब्लॉक किया गया। वहीं, बिहार और झारखंड मिलाकर 1.22 लाख मोबाइल फोन ब्लॉक किए गए। दूरसंचार विभाग ने जानकारी दी है कि दिल्ली में साइबर क्राइम करने वालों के 1.15 लाख और मुंबई में 31000 मोबाइल फोन को ब्लॉक किया गया। इसके अलावा दूरसंचार विभाग ने 4 करोड़ से ज्यादा उन सिम कार्ड को भी ब्लॉक किया है, जिनको साइबर क्राइम करने वाले इस्तेमाल कर रहे थे। इसके अलावा सिम कार्ड बेचने वालों पर भी कार्रवाई हुई है।